Thursday, December 30, 2010

पूरे दिन बरसी फुहारें

साल के अंतिम दौर में पूरे दिन बरसी रिमझिम फुहारों ऩे कल आम जन का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया | सर्दी के शबाब के दौर में बरसी इन फुहारों ऩे जहां लोगों की कंपकंपी को और बढ़ा दिया वहीं किसानों के चेहरों पर मुस्कान खिला दी | जानकारों के अनुसार यह बारिश फसलों के लिए अमृत का काम करेगी | चने और गेहूं की फसल को ठण्ड के साथ साथ बारिश की भी आवश्यकता होती है | अब तक पड़ रही कडाके की लेकिन सूखी ठण्ड ऩे पाले की आशंका को बढ़ा दिया था लेकिन इस बारिश से सभी किसानों के चहरे पर रौनक लौट आई है | वहीं दूसरी ओर आम लोगों को बारिश के चलते घरों में ही दुबके रहना पडा | पूरे दिन बारिश चलती रहने के कारण लोग बाग़ अत्यावश्यक कार्यों के लिए ही घरों से बाहर निकले , अधिकतर लोगों ऩे घरों में रहकर ही समय गुजारना उचित समझा | 

Wednesday, December 29, 2010

न्याय के लिए जंग लड़ रहा सिपाही

द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों की ओर से दुश्मन से लोहा लेने वाले सिपाही को आज अपने हक के लिए सिस्टम की खामियों से जंग लगनी पड़ रही है।  
राजपूताना राईफल्स के सदस्य रहे सैनिक 93 वर्षीय धड़सीराम ने बताया कि उसने १९३९-४० में इंगलैण्ड, अमेरिका आदि मित्र राष्ट्रों की तरफ से जर्मनी, जापान और इटली आदि के खिलाफ अफगानिस्तान, सऊदी अरब, इटली में लड़ाई लड़ी थी।   जर्मनी में लड़ाई के दौरान पेट में गोलियां लगने से वह स्थाई रूप से विकलांग हो गया। पुत्रहीन और भूमिहीन धड़सीराम के सामने आज आजीविका का संकट खड़ा है और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है। धड़सीराम ने बताया कि उसकी पेंशन का लाखों रुपया एरियर के रूप में बकाया होने के अलावा उसे 1962 के बाद सेनानियों को दिया जाने वाला स्पेशल पैकेज भी नही दिया गया और ना ही स्वतंत्रता सेनानी घोषित किया गया।
विधायक भंवरू खां ने भी रक्षामंत्री को पत्र लिखकर द्वितीय विश्वयुद्ध के इस सैनिक को उचित सम्मान और सहायता एवं वाजिब हक देनें की मांग की है। ग्राम रोलसाबसर में धड़सीराम ने राज्यसभा सदस्य अश्क अली टाक और विधायक भंवरू खां को ज्ञापन सौंप कर सरकार से उसका हक एवं सहायता दिलानें की मांग की है।

Monday, December 27, 2010

सर्दी का कहर जारी

तीन दिन से घने कोहरे का कहर झेल रहे इलाकावासियों को तेज धूप निकलने से कुछ राहत मिली तो शाम को शीतलहर की मार ने फिर बेहाल कर दिया। रविवार को कोहरा कुछ हल्का पड़ा तो गलन का अहसास कराने वाली ठंड शुरू हो गई। फतेहपुर शहर सुबह-सुबह कोहरे की आगोश में लिपटा रहा। सुबह नौ बजे के बाद निकली धूप से कोहरा छंट गया। दोपहर में चमकती धूप ने सर्दी से परेशान लोगों को राहत दी। दिन छिपने के बाद बदन को चीरने वाली हवाओं ने लोगों को परेशान किया। बदन पर ठंड इस तरह महसूस होती थी जैसे नश्तर चुभ रहे हों। रात में कोहरा अपेक्षाकृत  हल्का था। मौसम के जानकारों के अनुसार अगले दिनों में कोहरा कम रहा तो सूखी ठंड पड़ सकती है। सूखी ठंड से पाला पडऩे की आशंका रहती है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों पर सर्दी के कड़क तेवर बरकरार रहने की आशंका जताई है।

सर्दी से लोगों की दिनचर्या प्रभावित होने लगी है। रात को हल्की रजाई सर्दी से निजात नहीं दिलाती। सुबह लोग देर तक घरों में रहना बेहतर समझते हैं। दिन ढलने के बाद सड़कों पर चहल-पहल कम होने लगती है। चाय की थडिय़ों पर भीड़ लगने लगी है। खानपान में गर्माहट देने वाली चीजों का उपयोग बढऩे लगा है। सर्दी से बचाव के लिए दिनभर गर्म कपड़े पहनने पड़ते हैं।

दो महीनों से दूषित पानी पी रहा है शहर

जलदाय विभाग की लापरवाही के कारण कस्बे के लोगों दूषित पानी सप्लाई हो रहा है। जलदाय विभाग की पुरानी टंकी स्कीम में बरसों पहले बना सीडब्ल्यूआर पूरी तरह से टूट चुका है और इसके निर्माण में लगी पट्टियां, चूना, मलबा आदि सीडब्ल्यूआर के अंदर गिर चुका है और यहीं गंदा पानी कस्बेवासियों को सप्लाई हो रहा है। सीडब्लूआर के टूट जाने से अन्य गंदगी भी पानी में मिल रही है और पानी प्रदूषित हो रहा है। उल्लेखनीय है कस्बे में जलदाय विभाग के कुओं से सीधा पानी इसी सीडब्ल्यूआर में आता है और इससें बड़ी टंकी के द्वारा जनता को पानी की आपूर्ति होती है। इस सीडब्ल्यूबार का निर्माण 1960 के दशक में हुआ था और अब यह पूरी तरह से टूट चुका है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सीडब्ल्यूआर को टूटे हुए दो माह से अधिक समय हो चुका है परन्तु जलदाय विभाग अभी तक मरम्मत को लेकर कोई प्रयास नहीं किया गया।

Sunday, December 26, 2010

क्रिसमस मनाया

क्रिसमस के मौके नगर में अनेक आयोजन हुए | स्थानीय सेंट थोम एकेडमी में क्रिसमस का त्यौहार समारोह पूर्वक मनाया गया | इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया | समारोह की अध्यक्षता निदेशक सी जार्ज ऩे की | बच्चों ऩे कार्यक्रम में मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी | संस्था के प्रतिभावान विद्यार्थियों को इस अवसर पर पुरस्कृत भी किया गया | अंत में संचालक मैथ्यू जार्ज ऩे आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया |

Saturday, December 25, 2010

सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का परिणाम घोषित

लायंस क्लब द्वारा आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया गया। प्रतियोगिता संयोजक सुमित मोदी ने बताया कि कालेज स्तर पर रामचन्द्र सहारण चमडिय़ा कालेज, सीनियर सैकन्डरी स्तर पर विकास सोनी लक्ष्मीनाथ विद्यालय, उच्च प्राथमिक स्तर पर प्रशांत जाखड़ रिंकल इंटरनेशनल एकेडमी प्रथम रहे। प्रतियोगिताओं के विजेताओं को लायंस क्लब की चार्टर नाईट पर तीन जनवरी को सम्मानित किया जाएगा।

राज्यसभा सदस्य टांक का अभिनंदन


राज्य सभा सदस्य अश्क अली टांक का शुक्रवार को तहसील के विभिन्न स्थानों पर नागरिक अभिनंदन किया। ग्राम रोलसाबसर में ग्राम पंचायत और ग्रामीणों द्वारा टांक को सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता विधायक भंवरू खां ने की। विशिष्ट अतिथि विधायक गोविंदसिंह डोटासरा, कांग्रेस पीसीसी सदस्य बालमुकंद थे। सरपंच एजाज अली ने टांक को साफा पहना कर सम्मानित किया। सरपंच ने गांव की बालिका स्कूल और पीएचसी के लिए भवन बनाने की मांग की। इसी क्रम में इस्लामिया स्कूल ईदगाह में भी अश्कअली टाक, विधायक भंवरू खां का सदर महबूब देवड़ा, पार्षद आबिद परिहार,अनवर परिहार,पार्षद मुश्ताक नजमी, एडवोकेट आरिफ खोकर, पार्षद मुजसिम गौरी द्वारा सम्म्मान किया गया। एनएच११ पर तथा वार्ड संख्या १० में भी टांक का अभिनदंन किया गया।

Wednesday, December 22, 2010

तस्करों के चंगुल से गायें छुड़ाई

मंगलवार को करीब बीस गोवंश को गो तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर उन्हें स्थानीय पिजंरापोल गौशाला के सपुर्द कर दिया गया। स्थानीय पिंजरापोल के भवानीशंकर भोजक ने बताया कि मंगलवार दोपहर कुछ गोतस्कर गायों और बछड़ों को मंडावा रोड से आगे ले जा रहे थे कि श्री अमृतनाथ आश्रम के कर्मचारी संजय मिश्रा को शक होनें पर उसनें पास ही पिजंरापोल सोसायटी के लोगों को सूचना दी। जिस पर भवानीशंकर भोजक आदि ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आने से पहलें ही गौ तस्कर भाग गए। तस्करों से छुड़ाई 19 गाय-बछड़ों को पिंजरापोल गोशाला में पालन पोषण के लिए छोड़ दिया गया।

Tuesday, December 21, 2010

सर्दी ने धूजणी छुटाई

क्षेत्र में रोज बढ़ रहे शीत लहर के प्रकोप ऩे लोगों की धूजणी छुटानी शुरू कर दी है | लगातार गिर रहा न्यूनतम तापमान अब जमाव बिन्दू से महज डेढ़ डिग्री दूर है। पारा माउण्ट आबू की राह चल पड़ा है। आमजन ठण्ड से चौबीसों घंटे ठिठुरता नजर आने लगा है।रात को नौ बजे बाद से सर्दी का असर बढ़ने लगा था। रही-सही कसर सर्द हवाओं ने पूरी कर दी। हल्के कोहरे और हवाओं की जुगलबंदी ने देर रात तापमापी में पारे को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा दिया और नतीजतन बीती रात इस मौसम की सबसे सर्द रात रही। हालांकि इस बार सूर्य भगवान की मेहरबानी बनी रहने के कारण सूरज चढ़ने के साथ सर्दी का असर कम हो जाता है लेकिन शाम को सूरज ढलते ही सर्दी के तेवर फिर से तीखे हो जाते हैं। कल भी देर रात को वाहनों और छतों पर बर्फ नजर आई।

पारा गिरने से गलन बढ़ती जा रही है और इससे जन-जीवन प्रभावित होने लगा है।ग्रामीण इलाकों में सर्दी का असर ज्यादा महसूस हो रहा है। अल-सुबह फसलों पर ओस की बूंदे नजर आने लगी है। कड़ाके की सर्दी में लोगों की दिनचर्या बदल गई है।शाम को बाजार जल्दी बंद होने लगे हैं तो रात को बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन सुनसान हो जाते हैं। तापमान गिरने से किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। रात का पारा गिरने से पाले की संभावना बढ़ती जा रही है। उद्यानिकी विभाग के अनुसार अभी तक सब्जी आदि की फसलों में नुकसान नहीं है। लेकिन पाला गिरने से टमाटर, बैंगन और आंवले की पैदावार प्रभावित होगी। पाला गिरने से सबसे जल्दी टमाटर की फसल में नुकसान होता है।

Saturday, December 18, 2010

गमगीन माहौल में निकाले ताजिये

पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत में मनाए जाने वाले मोहर्रम पर शुक्रवार को ढोल, ताशे और नगाड़ों की मातमी धुनों के बीच ताजिए निकाले गए। जुलूस में लुहारान, तेलियान, मुगलान, इलाहीयान आदि विभिन्न अखाड़ों के करतबबाजों ने पूरे रास्ते हैरत अंगेज करतब दिखाए। पीर अमजद अली की रहनुमाई में शुक्रवार सुबह पीर के रोजे से मोहर्रम का जुलूस शुरू हुआ, जो लुहारों का मोहल्ला, देवड़ा स्कूल, पुराने सिनेमा हॉल चौराहा, बावड़ी गेट, आशाराम मंदिर, सीकरिया चौरास्ता, आजाद सीसै स्कूल व सरकारी टंकी होते हुए एनएच ११ स्थित शेर सुल्तान की दरगाह स्थित कर्बला तक पहुंचा। जुलूस के रास्ते में विभिन्न अखाड़ों से निकाले जाने वाले ताजिये मुख्य जुलूस से जुड़ते गए। ताजियों में करीब दस घंटे तक युवा पूरे जोशखरोश के साथ मातमी धुन पर ढोल, ताशे बजाकर हैरत अंगेज करतब पेश करते रहे। जुलूस में अनेक स्थानों पर लोगों को छबील पिलाई गई। सीकरिया चौरास्ता पर देवड़ा इंजीनियरिंग कॉलेज द्वारा, चेजारों के मोहल्ले में कौम चेजारान द्वारा, सार्वजनिक गणपति चौक में कौमी एकता मंच, सिनेमा हाल के पास भैरूं भवानी चौक, सिटी मार्केट में कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को छबील पिलाया गया। बावड़ी गेट पर एसडीएम फतेह मोहम्मद खान, पालिकाध्यक्ष मधु भिंडा आदि ने मोहर्रम के जुलूस का नेतृत्व कर रहे पीर अमजद अली का माल्यार्पण कर स्वागत किया। जुलूस के लिए प्रशासन और पुलिस ने यातायात और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की। जुलूस में एसडीएम फतेह मोहम्मद खान, तहसीलदार सज्जनसिंह शेखावत और पुलिस महकमा पूरे जाब्ते के साथ मौजूद था | जुलूस में ग्रामीण क्षेत्र से भी हजारों लोग आए। 

Friday, December 17, 2010

मनाई कत्ल की रात

गुरुवार को इस्लामी कैलेंडर मोहर्रम की नौ तारीख को कत्ल की रात मनाई गई। पीर अमजद हुसैन ने बताया कि कत्ल की रात को ताजियों को बाहर निकाला गया और मोहल्ले में गश्त करवाई गई। कस्बे में कत्ल की रात को पीर का रोजा से सोने-चांदी का ताजिया बाहर निकाला गया और मोहल्ला चेजारान, मोहल्ला लुहारान आदि में गश्त करवाई गई। इसके अलावा लुहारों के मोहल्ले, मोहल्ला तेलियान, मोहल्ला मुगलान, मोहल्ला शेखान आदि में भी ताजियों को बाहर निकाला गया तथा मोहल्ले में गश्त करवाई गई। पूरी रात अखाड़ों में मातमी धुनों पर ढोल-ताशे बजाए गए। मौलाना मंजूर सिद्दीकी सीकर ने बताया कि कत्ल की रात को कर्बला के मैदान में यजीद पलीद की सेना के खिलाफ पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके साथियों ने गश्त के साथ गुजारी थी और अगले दिन मोहर्रम की दस तारीख को सच्चाई, इंसानियत और इस्लामी उसूलों की हिफाजत के लिए शहीद हुए थे। इमाम हुसैन की शहादत को याद रखने के लिए मोहर्रम की नौ तारीख को कत्ल की रात मनाई जाती है और दस तारीख को मोहर्रम का जुलूस ढोल और ताशों पर मातमी धुनों के साथ निकाला जाता है। कस्बे में शुक्रवार को मोहर्रम का जुलूस पीर के रोजा के सज्जादानशीन पीर अमजद हुसैन की सदारत में निकाला जाएगा, जो मोहल्ला लुहारान, पुराने सिनेमा हाल, बावड़ी गेट, आशारामजी का मंदिर, सीकरिया चौरास्ता, आजाद सीसै स्कूल, सरकारी टंकी होता हुआ एनएच 65  पर शेर सुल्तान की दरगाह के पास कर्बला तक जाएगा। करीब 10 घंटे तक निकलने वाले जुलूस में दस हजार से अधिक लोग भाग लेते हैं।

Thursday, December 16, 2010

बीएसएनएल को सुनाई खरी खरी

 बीएसएनएल कार्यालय में उपभोक्ताओं के लिए आयोजित खुला मंच अधिवेशन में उपभोक्ताओं ऩे अधिकारियों को खुद खरी खोटी सुनाई । अधिवेशन में उपभोक्ताओं ने अपनी शिकायतों का समय पर निवारण नहीं होने पर विभागीय अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। उपभोक्ताओं ने अक्सर टेलीफोन खराब रहने, समय पर ठीक नहीं करने, ग्रामीण क्षेत्र में मोबाइल सेवाओं में कमी और अनुपलब्धता आदि के लिए विभागीय अधिकारियों को उलाहना दिया  । पिछले दो महीनों से सभी उपभोक्ताओं के बिलों में पिछले बिल की राशि जुड़ कर आने का मुद्दा सभी उपभोक्ताओं ऩे बहुतायत से उठाया | 22 की सीरिज के नंबरों में ब्रोडबैंड ना चलने की भी उपभोक्ताओं ऩे शिकायत की   एसडीई लक्ष्मणगढ़ जेएम कुम्हार ने बीएसएनएल सेवाओं के विस्तार के बारे में, केडी नेहरा ने ब्रॉडबैंड और जीएसएम सेवाओं के बारे में जानकारी दी। उपमंडल अभियंता फतेहपुर एसआर शर्मा ने उपभक्ताओं का आभार व्यक्त किया।

Wednesday, December 15, 2010

आलम सदा का जुलूस निकाला

इस्लामी कैलेण्डर के महीने के पहले महीने मुहर्रम की सात तारीख को आलम सदा का जुलूस निकाला गया| पीर के रोजा के सज्जादानशीं पीर अमजद अली की रहनुमाई में चाँद के निशाँ के साथ कुलूस निकाला गया जो नगर के सभी प्रमुख मार्गों से होता हुआ शेख सुलतान की दरगाह तक पहुंचा | जुलूस में काफी जोश खरोश के साथ लोग ढोल ताशों पर मातमी धुन बजाकर इमाम हुसैन की शहादत को याद कर रहे थे| गणपति चौक में कौमी एकता मंच द्वारा पीर अमजद अली और जुलूस का स्वागत किया गया तथा लोगों को चबील पिलाई गयी | मंच के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ऩे पीर अमजद अली का माल्यार्पण कर शाल ओढाकर स्वागत किया

ज्योति रथ का जैन धर्मावलंबियों द्वारा स्वागत

श्री चंद्रप्रभु समवसरण ज्ञान ज्योति रथ का मंगलवार को यहां पहुंचने पर जैन धर्मावलंबियों ने स्वागत किया। जैन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष प्रमोद जैन ने बताया कि रथ पंजाब, हरियाणा व मध्यप्रदेश होता हुआ मंगलवार को पहुंचा। श्री दिगंबर जैन नया मंदिर में जैन समुदाय के लोगों द्वारा स्वागत किया गया तथा उसे नगर में भ्रमण कराया गया। जैन समाज के अध्यक्ष धर्मचंद बडज़ात्या ने रथ को रवाना किया। जैन नवयुवक मंडल सचिव कमल जैन ने बताया कि आचार्य विवेक सागर की प्रेरणा से निकलने वाले इस रथ का उद्देश्य संतों की भूमि में समाज में निर्धन और गरीब लोगों के लिए तकनीकी और मेडिकल कॉलेज की स्थापना करना, जैनत्व के संस्कार देना, जैन छात्रावास की स्थापना करना और जैन साहित्य पर शोध के लिए छात्रों को प्रोत्साहित आदि कार्य करना है।

Tuesday, December 14, 2010

मोहर्रम की तैयारियां शबाब पर

चांद की पहली रात के साथ ही इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाने वाला मोहर्रम शुरू हो गया है। दस दिन तक मुस्लिम समाज के लोग रोजे रखते हैं। इन दस दिनों में जगह-जगह मजलिस होते हैं, जिसमें इमाम हुसैन के वाकयात और नबी की सीरत बयान की जाती है। मोहल्लों में अलग-अलग अखाड़ों में लोगों को छबील (शरबत) पिलाया जाता है और सीरणी (प्रसाद ) बांटा जाता है। मोहर्रम की सातवीं तारीख को अलम का जुलूस निकाला जाता है, जिसमें पंजे के निशान के साथ मातमी धुनों पर ढोल और ताशे बजाए जाते हैं। चांद की नवीं रात (16 दिसंबर) कत्ल या मेंहदी की रात होती है। इस रात इमामबाड़ों से ताजिये बाहर निकालकर मुकाम पर पहुंचाए जाते हैं। रात भर अखाड़ों में मातमी धुनों पर ढोल-ताशे बजाए जाते हैं। 17 दिसंबर को चांद की दसवीं रात होगी, जिस दिन मोहर्रम का जुलूस निकाला जाएगा। विभिन्न इलाकों से होते हुए ताजिये कर्बला मैदान की ओर रुख करेंगे।


फतेहपुर के शहर काजी गुलाम मुर्तजा अशरफी सिद्दीकी के मुताबिक, करीब साढ़े चौदह सौ वर्ष पूर्व मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन को बादशाह यजीद ने अपनी हुकूमत फरमाने के लिए मुतालवा किया था। यजीद का जीवन इस्लाम के अनुरूप नहीं होने के कारण उससे बेअत करने की बजाय इमाम हुसैन ने जंग करने का फैसला किया। यजीद की फौज से बगदाद के पास कर्बला के मैदान में इमाम हुसैन का आमना-सामना हुआ। जंग में इमाम हुसैन के जवान बेटे अली अकबर, छह माह के छोटे बेटे अली असगर और भाई के बेटे कासिम समेत 72 शख्स शहीद हो गए। अंत में इमाम हुसैन भी शहीद हो गए, लेकिन उन्होंने यजीद की गुलामी अख्तियार नहीं की। इमाम हुसैन की शहादत की याद में तब से मोहर्रम का त्योहार मनाया जाता है।

फतेहपुर क मुराद और उसका भाई खैरुद्दीन सालों से ताजिये बनाने का काम कर रहे हैं। मुराद ने बताया कि बड़ा और आकर्षक ताजिया बनाने में कई बार पांच-छह महीने का समय तक लग जाता है। फतेहपुर और आस-पास के इलाकों के ज्यादातर ताजिये ये दोनों भाई ही बनाते हैं।शेखावाटी मे सबसे पुराने ताजिये फतेहपुर से ही निकाले जाते हैं । जानकारों के मुताबिक करीब 350 वर्षो से फतेहपुर में मोहर्रम का जुलूस निकाला जाता है। फतेहपुर में पीर अमजद अली की सदारत में जुलूस निकाला जाता है, जो पीर का रोजा से शुरू होता है और रास्ते में इसमें लुहारों, तेलियों, इलाहियान के ताजिये जुड़ते हैं। फतेहपुर में कुल 11 ताजिये निकाले जाते हैं। पीर का रोजा से शुरू होकर ये ताजिये शेर सुल्तान की दरगाह के पास बने कर्बला में दफनाए जाते हैं। मोहर्रम के जुलूस पर निकाले जाने वाले ताजिये मुख्यत: बांस की पट्टियां और कांच का बना होता है, लेकिन फतेहपुर में पीर अमजद अली की सदारत में निकलने वाला ताजिया सोने-चांदी से बना है। पीर अमजद अली ने बताया कि 1988 में बनाए गए इस ताजिये में एक किलो सोना और चालीस किलो चांदी का इस्तेमाल किया है। जानकारों के मुताबिक, तत्कालीन फ तेहपुर नवाब अलफ खां ने पीर अमजद अली के वंशज सैयद ताजुद्दीन को ताजिये निकालने की इजाजत दी थी। सैयद ताजुद्दीन पीर के रोजा दरगाह के सज्जादानशीन थे।

Saturday, December 11, 2010

मानवाधिकार दिवस मनाया

स्थानीय होटल मोती पैलेस में अखिल भारतीय मानवाधिकार निगरानी समिति के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष रतन महर्षि की अध्यक्षता में मानवाधिकार दिवस मनाया गया | श्री महर्षि ऩे मानवाधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की तथा अखिल भारतीय मानवाधिकार कमेटी की गतिविधियों के बारे में भी बताया | इस अवसर पर मानवाधिकार कमेटी के अनेक स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित थे |

Wednesday, December 8, 2010

नेत्र जांच शिविर में उमड़ी भीड़

स्थानीय लायंस क्लब द्वारा आयोजित निशुल्क नेत्र जांच शिविर में रोगियों की भारी भीड़ उमड़ पडी | बनवारीलाल धानुका चैरिटेबल ट्रस्ट मुम्बई के सौजन्य से तथा जिला अन्धता निवारण समिति सीकर के सहयोग से लगाए गए शिविर का उदघाटन अप्रवासी उद्योगपति बनवारीलाल धानुका एवं लायंस क्लब के प्रान्तपाल विकास गंगवाल ऩे दीप प्रज्ज्वलित कर किया | उपखंड अधिकारी फ़तेह मोहम्मद खां भी इस मौके पर मौजूद थे | उन्होंने कहा लायंस क्लब द्वारा कस्बे में संचालित की जा रही सेवा गतिविधियाँ सराहनीय है| शिविर के संयोजक पवन भिंडा ऩे बताया क़ि शिविर में 1001 रोगियों का रजिस्ट्रेशन किया गया | डॉ अविनाश पुरोहित तथा उनके सहयोगियों ऩे उनकी जांच के पश्चात 344 रोगियों को आपरेशन के लिए चिन्हित किया जिन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया गया| इन रोगियों का मंगलवार व बुधवार को आपरेशन किया जाएगा| शिविर में रोगियों के रहने खाने पीने की निशुल्क व्यवस्था करने के अलावा रोगी व उसके एक परिजन को आने जाने का भाडा भी क्लब द्वारा ही दिया जा रहा है |

इस्लामी कैलेन्डर का आगाज

इस्लामी कैलेंडर के नव वर्ष का आगाज बुधवार से होगा।शहर काजी गुलाम मुर्तजा अशरफी ने बताया कि नया साल हिजरी 1432 बुधवार से शुरू होगा। माहे रमजान की पहली तारीख से हजरत इमाम हुसैन की याद में जगह जगह कस्बे में उलेमा तकरीर पेश करेंगे। यह सिलसिला दस दिनों तक चलेगा। मंगलवार को चाँद की रात मनाई गई। इस अवसर पर इमामबाड़ा से चांद की रात का जुलूस निकाला गया। मुहर्रम की नौ और दस तारीख को रोजा रखा जाएगा तथा नमाज-ए-आशुरा पढ़ी जाएगी।

सेना की रैली का स्वागत

 सेना की सिग्नल कोर द्वारा निकाली जा रही साइकिल रैली का फतेहपुर पहुंचने पर स्वागत किया गया। सूबेदार ब्रह्मप्रकाश ने बताया कि सेना की सिग्नल कोर की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होनें पर लेफ्टिनेंट अभिषेक के नेतृत्व में हिसार से मथुरा तक निकाली जा रही साइकिल रैली हिसार, सूरतगढ़, बीकानेर आती हुई मंगलवार को फतेहपुर पहुंची। रैली १२ दिसंबर को मथुरा में समाप्त होगी। रैली का उद्देश्य नवयुवकों में सेना के प्रति उत्साह पैदा करना तथा उन्हें सेना में कॅरियर संभावनाओं के बारे में जानकारी देना है। रैली के जवानों ने चमडिय़ा पीजी कालेज में एनसीसी विद्यार्थियों को सेना के बारें में जानकारी दी और विद्यार्थियों की सेना के बारें में जिज्ञासाओं को शांत किया।

Tuesday, December 7, 2010

निशुल्क नेत्र जांच शिविर मंगलवार को

लायंस क्लब द्वारा निशुल्क नेत्र जांच चिकित्सा शिविर मंगलवार को आयोजित किया जाएगा | क्लब के सचिव लायन ओ पी जाखड ऩे बताया क़ि बनवारीलाल धानुका चैरिटेबल ट्रस्ट मुंबई एवं सीकर जिला अन्धता निवारण समिति के सहयोग से मंगलवार को स्थानीय भरतिया अस्पताल में निशुल्क नेत्र जांच चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा | शिविर में रोगियों की जांच की जायेगी तथा आपरेशन भी किये जायेंगे | नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अविनाश पुरोहित रोगियों की जांच करेंगे |

Monday, December 6, 2010

दुबई में शेखावाटी का सम्मान

केंद्रीय परिवहन राज्यमंत्री महादेवसिंह खंडेला और प्रधान पार्वतीदेवी का दुबई में शेखावाटी के लोगों द्वारा सम्मान किया गया।  अमाना एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी क ी स्थानीय प्रबंध कमेटी के सदर इदरीस सौलकी ने बताया कि गत दिनों दुबई की यात्रा पर गए परिवहन राज्यमंत्री खंडेला का दुबई के ताज पैलेस होटल में अमाना एजुकेशन द्वारा स्वागत एवं सम्मान किया गया। इस अवसर पर अमाना एजुकेशन सोसायटी के दुबई कमेटी के सदर शरीफ, जमीयत व्यापारियान कमेटी के पूर्व सदर अब्दुल रहमान सौंलकी, दाऊद पिनारा सहित शेखावाटी क्षेत्र के अनेक लोग उपस्थित थे।

खंडेला ने अप्रवासियों से अपील की कि वे शेखावाटी में शिक्षा,चिकित्सा सहित अन्य क्षेत्रों में काम करें।उन्होंने इन कार्यो के लिए सरकारी सहायता का आश्वासन भी दिया।

Sunday, December 5, 2010

सर्दी शबाब की ओर

शेखावाटी अंचल में सर्दी ने रंगत दिखानी शुरू कर दी है। अंचल में रात के समय कड़कड़ाने वाली सर्दी होने लगी है। बीते एक सप्ताह से तापमान में लगातार गिरावट का दौर चल रहा है। शनिवार को तापमापी का पारा 5 डिग्री से भी नीचे आ टिका है। यह तापमान इस मौसम का अब तक का सबसे कम है। शनिवार को अलसुबह की ठंडक ने लोगों को ठिठुरा दिया। सूर्यदेव की दस्तक के बाद सर्दी का असर कुछ कम हुआ।

दिन में सूरज निकलने के बावजूद हवा में गलन बनी रही। शाम को सूरज ढलने के साथ ही सर्दी फिर रंगत पर आ गई। लोग जल्दी ही घरों की ओर रवानगी लेने लगे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तरादी हवाएं चलने से अंचल का तापमान गिरता जा रहा है। इसमें अभी और गिरावट की संभावना है।

इधर सर्द मौसम की दस्तक के साथ ही खान-पान बदल रहा है। गर्मागर्म भोजन देखते ही खाने का मन करने लगा है तो पौष्टिकता से भरपूर भोजन को प्राथमिकता दी जा रही है। सर्दी के मौसम में दाल-बाटी-चूरमा व हल्दी-रोटी व गाजर के हलवे की डिमांड बढ़ रही है। वहीं सर्दी में राहत देने वाले व्यंजनों की खरीदारी भी बाजार में बढ़ गई है। चिकित्सकों का कहना है कि यह मौसम सेहत बनाने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। वहीं खान-पान में काफी सावधानी बरतने की भी जरुरत है।

स्थापना दिवस मनाया

स्थानीय एस एम निमावत पब्लिक स्कूल का स्थापना दिवस शनिवार को मनाया गया। मुख्य अतिथि मेजर जनरल एके सिंह साउथ वेस्ट कमांड, जयपुर ने कहा कि 'नॉलेज पावर व ग्लोबलाइजेशन के युग में विद्यार्थी को सतत क्रियाशील रहकर कठोर परिश्रम एवं समर्पित भावना से कर्त्तव्य पालन कर मंजिल प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने देशभक्ति एवं परोपकार को अपनाने पर बल दिया। स्कूल निदेशक कर्नल डा. पीसी शर्मा ने स्वागत भाषण दिया।

कार्यक्रम के प्रथम सत्र में दीक्षांत समारोह हुआ। इसमें 12वीं के छात्रों को दीक्षा प्रदान कर स्मृति चिह्न भेंट किए गए। मेधावी, प्रतिभाशाली एवं खेलों तथा अन्य गतिविधियों में अव्वल रहने वालों तथा स्कूल टॉपर्स को पुरस्कार एवं प्रशिस्त-पत्र भेंट किए गए। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। हास्य नाटक 'वैद्य परमानंद' सेक्सपीयर का 'किंग लियर' वेस्टर्न डांस एवं 'सारे जहां से अच्छा...' की मनमोहक प्रस्तुति पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। प्राचार्य डा. एके सिंहा ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन पढ़ा।

कार्यक्रम में सेना के विशिष्ट पदाधिकारी, शिक्षाविद, उद्योगपति एवं बड़ी संख्या में अभिभावक संस्था चेयरमैन महेश निमावत आदि थे। स्कूल उपाध्यक्ष कृष्ण निमावत ने अतिथियों को शॉल, श्रीफल एवं प्रतीक चिह्नï भेंटकर सम्मानित किया। प्राचार्य ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Friday, December 3, 2010

बूबना ओर्थो हॉस्पिटल का भव्य भूमि पूजन समारोह

आज प्रेमसुख घडसीराम बूबना चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बूबना का मोहल्ला में बूबना ओर्थो हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर का भूमि पूजन समारोहपूर्वक किया गया |    भूमि पूजन समारोह में ट्रस्ट के मुंबई निवासी ट्रस्टियों के अलावा पूना, जयपुर व गोवा से आये ख्यातिनाम प्रोजेक्ट मैनेजर तथा इंजीनियर भी उपस्थित थे |

ट्रस्ट के स्थानीय ट्रस्टी सुनील बूबना ऩे बताया क़ि वर्तमान में कार्यरत बूबना आई हॉस्पिटल को भी नए रूप में समुचित साधनों के साथ नियमित रूप से प्रारम्भ करने के लिए ट्रस्टी देवकीनंदन बूबना से चर्चा चल रही है तथा उन्होंने स्वीकृति प्रदान कर दी है  | नव निर्माणाधीन हॉस्पिटल में आई हॉस्पिटल को स्थानांतरित कर नया स्वरुप देकर नियमित रूप से शुरू किया जाएगा | विधायक भवरू खां ऩे बोलते हुए कहा क़ि भामाशाहों का योगदान शहर के लिए हमेशा महत्त्व पूर्ण रहा है | ऑर्थोपेडिक अस्पताल को एक सराहनीय कदम बताते हुए उन्होंने यह भी विश्वास दिलाया क़ि प्रशासन की ओर से इस योजना में हर संभव मदद की जायेगी |

ट्रस्टी श्याम सुन्दर बूबना व अरविंद बूबना ऩे विधिवत पूजा अर्चना की और विधायक   भंवरु खां ऩे नींव का पत्थर रखा | श्री  बूबना ऩे बताया क़ि मुम्बई, पुणे व गोवा से पेशेवर प्रोजेक्ट मैनेजर  तथा इंजीनियर आये हैं जो जमीन का सर्वे कर आगे की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे | उन्होंने यह भी कहा क़ि प्रस्तावित अस्पताल क्षेत्र  में  अपनी प्रकार का पहला अस्पताल होगा जिसमें हड्डियों के विशेषज्ञों द्वारा नियमित रूप से सेवायें दी जायेगी | स्थानीय क्षेत्र के लोगो में हड्डियों व जोड़ों के दर्द की समस्या की बहुतायत को देखते हुए ट्रस्ट ऩे हड्डियों का अस्पताल खोलने का निर्णय लिया है |



तकनीकी विशेषज्ञ राजेंद्र कडू ऩे बताया क़ि अस्पताल में नियमित सेवाओं के अलावा आधुनिक वाइस कोंफ्रेंस तथा विडीयो कोंफ्रेंस तकनीक अपना कर मुम्बई व पुणे के विशेषज्ञों की सेवायें भी रोगियों को यहीं उपलब्ध कराई जायेगी | श्री कडू ऩे बताया क़ि वर्त्तमान में अहमदाबाद में ह्रदय चिकित्सा के क्षेत्र में यह तकनीक सफलता पूर्वक संचालित की जा रही है तथा प्रतिदिन लगभग १०० आपात कालीन केसों का निस्तारण किया जा रहा है | अबग यही तकनीक फतेहपुर में भी प्रारम्भ कर स्थानीय निवासियों को भी इसका लाभ दिया जाएगा | डॉ निर्मल शर्मा ऩे सार गर्भित शब्दों में मेनेजमेंट व चिकित्सक को रीढ़ की हड्डी के समान बताया |

स्थानीय नगर पालिका अध्यक्ष मधुसुदन भिंडा, प्रवासी उद्योगपति रतन लाल जालान, लायंस क्लब के प्रांतीय चेयरमेन महेश पारीक ऩे भी अपने विचार व्यक्त किये | डॉ आर एनं शर्मा, भगवती प्रसाद सर्राफ, राधेश्याम धानुका, राम स्वरुप देवड़ा, श्रवण केजडीवाल सहित नगर के अनेक गणमान्य नागरिक समारोह स्थल पर मौजूद थे | भूमि पूजन समारोह अपनी भव्यता के कारण दिन भर नगर वासियों में चर्चा का विषय बना रहा |                

जन समस्याओं का निराकरण

गुरुवार को ठीमोली ग्राम पंचायत में प्रशासन गाँवों के संग अभियान में अनेक जन समस्याओं का निराकरण किया गया | शिविर में मूल निवास प्रमाण पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र के अलावा ग्राम पंचायत द्वारा पक्के आवासीय पट्टे भी जारी किये गए | ग्रामीणों की जलदाय व विद्युत् संबंधी समस्याओं का निस्तारण किया गया नौ बी पी एल परिवारों को विद्युत् कनेक्शन दिए गए | मौके पर मौजूद आयुर्वेदिक व एलोपैथी विभाग द्वारा टीकाकरण व निशक्त जनों का प्रमाणीकरण किया गया विधवा पालनहार योजना में तीन का चयन किया गया | जलदाय , विद्युत् समाज कल्याण आदि विभागों के अधिकारियों ऩे अपने विभागों की योजनाओं की जानकारी लोगों को दी | विधायक भंवरु खां ऩे भी शिविर का निरक्षण किया |

Tuesday, November 30, 2010

खूब बही भजनों की गंगा


भैरव अष्टमी पर श्री भैरूंजी के मंदिर में हुई भजन संध्या में संत निश्चलनाथ के सानिध्य में बही भजनों की स्वर गंगा में श्रद्धालु झूम उठे। श्री लक्ष्मीनाथ विद्यालय के पास श्री भैरूंजी के मंदिर के पास शनिवार को भजन संध्या का आयोजन नाथजी आश्रम चुवास के संत निश्चलनाथ के सानिध्य में किया गया। इसमें विष्णु रिणवा  , पंकज हरितवाल, मूलचंद चौधरी आदि स्थानीय कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर संत निश्चलनाथ का भैरूंजी भक्तों द्वारा प्रतीक चिह्नï भेंटकर सम्मान किया गया। इस दौरान नगर के अनेक  गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

Saturday, November 27, 2010

ब्लाक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं सम्पन्न

स्थानीय ग्राम हरसावा में ब्लाक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं सम्पन्न हुयी | ब्लाक स्तरीय इन प्रतियोगिताओं में खो खो, बालीबाल, कबड्डी, साधारण दौड़ , रिले दौड़, भाला फेंक, गोला फेंक, कुश्ती इत्यादि प्रतियोगिताएं छात्र व छात्रा वर्ग में अलग अलग करवाई गयी थी | शुक्रवार को प्रतियोगिताओं का समापन समारोह आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता एल आई सी के प्रबंधक ऩे की, एस डी जोइया मुख्य अतिथि तथा घीसालाल एवं सुलतान सिंह ढाका विशिष्ट अतिथि थे | सभी अतिथियों ऩे कहा ऐसी प्रतियोगिताओं से बच्चों की शारीरिक प्रतिभा का विकास होता है तथा ऐसे आयोजनों को बढ़ावा मिलना चाहिए | कार्यक्रम के अंत में संयोजक व प्राचार्य शिसुपाल सिंह नारसरा ऩे प्रतियोगिताओं का प्रतिवेदन पेश किया |

Thursday, November 25, 2010

सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित


स्थानीय धानुका गल्र्स कॉलेज में लायंस क्लब द्वारा बुधवार को सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गई। संयोजक सुमित मोदी ने बताया कि स्कूली और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए आयोजित तीन स्तरीय प्रतियोगिता में धानुका गल्र्स कॉलेज, चमडिय़ा कॉलेज, न्यू राज. सीसै स्कूल, प्रिंस स्कूल, सेंटथाम एकेडमी, दूगड़ बालिका सीसै स्कूल आदि संस्थाओं के 165  विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में कालेज के प्राध्यापकों  सहित लायंस क्लब के पदाधिकारी एवं  सदस्य भी  उपस्थित थे। प्रतियोगिता के विजेताओं को लायंस क्लब चार्टर नाइट में 
सम्मानित किया जाएगा |

Wednesday, November 24, 2010

शादी परोजन की धूम

इन दिनों धीरे धीरे परवान चढ़ती ठण्ड के बीच शहर की गलियों में बैंड बाजे और बारातियों की धूम नजर आ रही है | देव उठनी एकादशी से शुरू हुए सावे लगभग एक महीने तक चलेंगे | इस बीच शादी परोजन इत्यादि के उत्तम सावे होने से चारों ओर मांगलिक कार्यों की भरमार हो रही है | शहर की धर्मशालाओं में  चार महीने सूनी रहने के बाद फिर रौनक हो गयी है | हलवाई, कैटरर्स, पंडित इत्यादि की व्यस्तता भी बढ़ गयी है | बढ़ती ठण्ड का भी असर वैवाहिक परिधानों पर पड़ने लगा है और बारातियों के परिधानों में छोले पायजामे की जगह सूट, कोट इत्यादि बहुतायत से नजर आने लगे हैं | ठण्ड की दस्तक बढ़ने के साथ साथ विदेशी पर्यटकों का आवागमन भी शुरू हो गया है और गलियों में जहा तहां अकेले या ग्रुप में विदेशी पर्यटक नजर आऩे लगे हैं | उल्लेखनीय है क़ि सर्दी के मौसम में नगर में विदेशी पर्यटकों का आवागमन चरम पर रहता है | भारतीय शादियाँ और परम्पराएं विदेशी पर्यटकों के लिए कौतूहल का विषय है और जगह जगह बारात, दूल्हे की कार, बैंड बाजा इत्यादि  को निहारते विदेशी पर्यटक आजकल सुलभ ही नजर आ जाते हैं |
                

Tuesday, November 23, 2010

ठंड ने दाँत बजवाये

कल पूरे दिन बादलों में छुपे सूर्य भगवान और यहाँ तहाँ फैले काले बादलों ऩे जहां नगर वासियों को दांत कंपकंपाऩे पर मजबूर कर दिया वहीं विवाह शादी वाले घरों को भी अनचाही बरसात  से बचने के इंतजामात करने को बाध्य किया | सुबह से ही आसमान बादलों से अटा रहा। सुबह मामूली बूंदाबांदी से पारे में थोड़ी गिरावट आई, लेकिन दोपहर बाद को बर्फानी हवाएं चलने से पारा एकदम नीचे लुढ़क गया। बूंदाबांदी से शहर की सड़कें तरबतर हो गई। 22 व 23 नवम्बर का अच्छा सावा होने की वजह से शादी विवाह वाले घरों में भी लोग बारिश से बचने के लिए सलाह मशवरा करते नजर आये | पारा गिरने से सर्दी की चमक बढ़ने के साथ ही लोग घरों में दुबक गए, जो लोग सुबह बिना ऊनी कपड़े पहने निकले, उन्हें सर्दी का प्रकोप झेलना पड़ा। बाजारों में शाम ढलने के साथ ही सन्नाटा पसरना शुरू हो गया है।दुकानदार सर्दी के कारण जल्द ही दुकानें बढ़ा कर घरों को कूच कर जाते हैं। सुबह आठ बजे बाद तक बाजार में यातायात दिखाई नहीं देता।

Sunday, November 21, 2010

रेलवे फाटक खोलने की मांग

हरसावा से अलखपुरा जाने वाले रास्ते मै पड़ने वाले फाटक को बंद कर देने से ग्रामीणों में अत्यंत रोष व्याप्त है | इसी फाटक को  दुबारा शुरू करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ऩे ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया है। फाटक नहीं खोलने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन में लिखा है कि ग्राम हरसावा बड़ा से अलखपुरा जाने वाले मुख्य रास्ते पर लगे फाटक नंबर ३२ को बंद करने से हरसावा बड़ा के खेतों में रहने वाले करीब २०० परिवारों के आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। उन लोगों के लिए इस रास्ते के अलावा अन्य कोई मार्ग नहीं है। फाटक बंदे हो जाने से आम आदमी व पशुधन को रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरना पड़ता है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। इस संबंध में ग्रामीणों ने पूर्व में भी प्रशासन को अवगत कराया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि दस दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो धरना देकर भूख हड़ताल की जाएगी।

Saturday, November 20, 2010

बेसवा में केनरा बैंक की शाखा खुली

निकटवर्ती ग्राम बेसवा में कल केनरा बैंक की शाखा क उदघाटन स्थानीय विधायक भंवरु खां ऩे किया | स्थानीय क्षेत्र में ग्रामीण इलाकों में  बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध होने से ग्रामीणों को काफी सहूलियत हो जायेगी | बैंक के इस कदम का मौके पर मौजूद ग्रामीणों ऩे स्वागत किया तथा और बैंकों द्वारा भी ग्रामीण इलाकों की ओर रुख करने पर बल दिया | उल्लेखनीय है क़ि बेसवा फतेहपुर तहसील के सबसे बड़े गाँवों में से एक है | यहाँ के काफी बाशिंदे खाड़ी देशों में जीविकोपार्जन के लिए रहते हैं | बैंकों में खुलने वाले एन आर आई खातों में अधिकतम संख्या इसी गाँव के निवासियों की है | बैंक के आला अधिकारियों ऩे बताया क़ि बैंक ऩे इन्ही सब तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह शाखा खोली है  |

Thursday, November 18, 2010

मौसम के मिजाज ने किया हैरान

बुधवार को मौसम दिनभर करवट बदलता रहा। सुबह घना कोहरा, और शाम को खिली धूप ने कई नजारे दिखाए। घने कोहरे से अलसुबह 40 मीटर की दूरी के आगे कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ी। बारिश के बाद सर्द हवा से ठिठुरन बढ़ गई। जिले में पिछले कई दिनों से बारिश का सिलसिला बना होने से कार्तिक मास में भी चौमासे का अहसास होने लगा है। बारिश के बाद नमी बढ़ने से सर्दी का असर बढ़ गया। 

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अनुसार अरब सागर से उठे दक्षिणी-पश्चिमी चक्रवात के कारण तेज हवा और बारिश का सिलसिला अब थमने वाला है। क्योंकि चक्रवात कमजोर पड़ने लगा है। फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र के डा. सहदेवसिंह के अनुसार धीरे-धीरे अब मौसम साफ होने पर पारा गिरने के साथ सर्दी का असर बढ़ने लगेगा। मौसम में 90 फीसदी तक नमी बनी हुई है। ऐसे में अगले दो-तीन रोज तक कोहरा छाए रहने की संभावना है।

Wednesday, November 17, 2010

अल्लाह को प्यारी है कुर्बानी

अल्लाह की राह में कुर्बानी की याद दिलाने वाला त्योहार ईद-उल-अजहा बुधवार को मनाया गया । ईद की नमाज अदा करने के लिए शहर की मस्जिदों में सुबह से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। तड़के ही घरों में ईद की नमाज की तैयारियां शुरू हो गई थीं। इसके बाद नमाज अदा करने युवा, बड़े और यहां तक कि छोटे बच्चे भी नमाज के लिए पहुंचे। शहर की तमाम मस्जिदों और इबादतगाहों में ईद की नमाज अदा की गयी । हजरत इब्राहीम खलीलुल्लाह की अल्लाह की रजा और हुक्म की तामील में अपने बेटे इस्माइल को कुर्बान करने पर आमादा हो जाने के प्रतीक रूप में मनाए जाने वाले इस त्योहार के लिए मंगलवार को मुस्लिम बहुल इलाकों में जोरदार तैयारियां रहीं। गृहिणियों ने ईद की तैयारियां कई दिन पहले ही शुरू कर दी थी। कुर्बानी का वक्त जिल्हिजा को नमाजे ईद के साथ शुरू होकर 12 जिल्हिजा को सूर्यास्त से पहले तक का है। कुर्बानी के लिए मंगलवार को देर रात तक बकरों की खरीदारी होती रही।


बकरीद पूरी दुनिया में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। बताया जाता है कि एक बार पानी की सख्त किल्लत हुई थी और इब्राहीम के बेटे इस्माइल पानी के लिए तड़प रहे थे। उनकी पत्नी हजरत हाजरा ने अपने बेटे इस्माइल के लिए पानी की तलाश में सफा और मरवा पहाड़ियों के सात बार चक्कर लगाए लेकिन पानी नहीं मिला। सातवीं बार जब वह लौटीं तो पानी का एक सोता फूटा और बेपनाह पानी निकलने लगा। उसी का नाम आबेजमजम है जिसे हज करने के बाद प्रत्येक हाजी अपने साथ लाता है।

यही वह पानी है जिसे तीनों मजहबों में पवित्र पानी का दर्जा हासिल है। हज के दौरान सफा और मरवा पहाड़ियों के तवाफ (परिक्रमा) का रिवाज भी हजरत हाजरा के पानी की तलाश में इन पहाड़ियों में जाने से पड़ा। हज के दौरान जितने भी अरकान (रस्में) अदा किए जाते हैं सभी हजरत इब्राहीम, हजरत हाजरा और हजरत इस्माइल से संबंधित हैं। हज और बकरीद का एक-एक अरकान हजरत इब्राहीम को श्रद्धांजलि देना है |

गूंजने लगेगीं शहनाइयाँ

गत चार माह से देव शयन के कारण बंद बैंड-बाजों की धुन बुधवार से एक बार फिर गूंजने शुरू हो जायेगी । देवउठनी एकादशी के अनबूझ सावे पर पर शहर में शादियों की धूम रहेगी । तुलसी-सालिगराम के विवाह भी होंगे। लोगों ने सावों के सीजन को देखते हुए पंडित, धर्मशाला , हलवाई, कैटरिंग,  घोड़ी, बैंड बाजे  व गाडियों की पहले से ही बुकिंग कर ली ताकि समय पर किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। जो लोग रह  गए उन्हें मुहमांगी कीमत के बाद भी पंडित, घोडी, बाजे और नहीं मिल पा रहे  हैं। यहां तक क़ि धर्मशालाओं में भी जगह नहीं है। पंडितों के अनुसार सबसे ज्यादा शादी-ब्याह देव उठनी एकादशी पर होते हैं , इसको देखते हुए शहर में धर्मशालाओं में रौनक है। फूल विक्रेताओं ऩे बताया एकाएक बड़ी मांग के कारण गुलाब के फूलों के दामों में पांच गुना वृद्धि हुई है। इसके चलते गजरा 150-300 रूपए तक बिक रहा है। शादियों के सीजन के चलते बाजारों में विभिन्न प्रकार की डिजाइनर साफा-शेरवानी की रेंज उतारी गई है। शेरवानी को नया लुक देने के लिए डायमंड व बारीक कशीदाकारी की गई है, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। लड़कियां शादी के समय लाल रंग की भारी साड़ी पहनना पसंद करती हैं। बाहर जाने वाली बारातों की गाडियों के आगे व पीछे वर-वधू के नाम आकर्षक ढंग से लिखवाने का चलन भी इन दिनों जोर पकड़ रहा है। 

Tuesday, November 16, 2010

गोपाष्टमी पर्व मनाया

नगर  में पिंजरापोल गौशाला व कामधेनु गौशाला में गोपाष्टमी पर्व जोर शोर से मनाया गया | कामधेनु गौशाला में इस अवसर पर श्री बुधगीरी जी की  मढ़ी के पीठाधीश्वर महंत श्री दिनेश गिरि जी महाराज ने गौपूजा की तथा श्री कामधेनु वाणी स्मारिका 2010 का विमोचन किया | मंडावा रोड पर पिंजरापोल गौशाला में भी गोपाशाश्तामी पर्व समारोह पुर्वक मनाया गया | इस अवसर पर शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे तथा गौ भक्तो का दिनभर ताता लगा रहा गाय की पूजा की गई तथा गो परिक्रमा की गई ! 

Monday, November 15, 2010

किसानों को राहत, प्रशासन की आफत

शेखावाटी अंचल में पिछले तीन दिन से जारी बिन मौसम की बरसात के दौर के बीच रविवार रात फतेहपुर में तेज अंधड़ (सूंटे) के साथ सवा घंटे आई भारी बरसात और ओलों ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। अंधड़ के कारण दर्जनों पेड़ और बिजली के पोल धराशायी हो गए। आसपास के गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। सैकड़ों पक्षी काल कवलित हो गए। कस्बे के रास्ते दरिया बन गए। 
कस्बे में रात आठ बजे आठ मिनट के लिए आए अंधड़ ने फतेहपुर क्षेत्र के 20 किलोमीटर क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचाया। गनीमत यह रही कि इससे कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन पेड़ गिरने से दर्जन भर से अधिक बिजली के पोल टूट गए। अंधड़ के बाद आई करीब डेढ़ घंटे तक चली बरसात और चने के आकार के ओलो से कस्बे के बस स्टैंड क्षेत्र सहित मंडावा रोड, गहणिया मंदिर, बूबना आई अस्पताल तक दो-दो फीट पानी भरने से सड़कें दरिया बन गईं और तमाम दावों के बावजूद प्रशासन एक बार फिर असहाय नजर आया जबकि रबी की फसल की अच्छी बुवाई की आशा में किसानों के चेहरों पर रौनक नजर आई | 

Sunday, November 14, 2010

आसमान से बरसा माता का आशीर्वाद



श्री चतुर्भज माताजी के मेले के पहले ही दिन माँ ऩे प्रसन्न होकर आसमान से बारिश के रूप में आशीर्वाद बरसाया | माता का  तीसरा वार्षिक मेला शनिवार को शुरू हुआ। दो दिवसीय मेले में पहले दिन शनिवार को माताजी की शोभायात्रा निकाली गई जो प्रमुख मार्गों से होती हुई श्री चतुर्भजा माताजी के मंदिर पहुंची। मेले में मां चतुर्भुजा  के चारों रूपों की भव्य झांकी सजाई गई। पूरे रास्ते मां के भक्त भजनों पर नाच गा रहे थे। विशाल मेले में ऊँट, घोड़ों सहित अनेक मनोहारी झांकियां थी | माता के अनेक भक्त गले में लाल दुपट्टा लटकाए पूरे रास्ते भजनों से माता को रिझाने की कोशिश करते हुए झूम रहे थे |  शोभा यात्रा समाप्त होने पर ऐसा लगा जैसे भक्त माँ को खुश करने में सफल हो गए हैं, अचानक  दोपहर बाद बदरा घिर आये और बिन मौसम की बरसात ऩे माहौल खुशनुमा बना दिया | मेला रविवार तक चलेगा, मेले में कोलकाता, रानीगंज, मुंबई, हरियाणा व बिहार सहित अनेक स्थानों से बाजोरिया, गनेड़ीवाल और पंसारी गौत्रीय अग्रवाल अप्रवासी आए हैं जो अपनी कुलदेवी को धोक लगाएंगे।

Friday, November 12, 2010

मौके पर ही किया समस्याओं का समाधान

प्रशासन गाँवों के संग शिविर में यहाँ अधिकारियों ऩे अनेक ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण कर दिया | ग्राम रोल साहबसर में शिविर में विधायक भंवरु खां सहित अनेक आला अधिकारी मौजूद थे | हालांकि मूख्य सचिव श्री एस अहमद काफी देरी से पहुंचे लेकिन उन्होंने आते ही अन्य क्षेत्रों में आयोजित शिविरों का हवाला देते हुए ग्रामीणों से माफी मांग ली | जब तक सचिव मौके पर पहुंचे तब तक अधिकाँश भीड़ छंट चुकी थी किन्तु अनेक ग्रामीण शिविर से लाभान्वित नजर आये | शिविर प्रभारी ऩे बताया क़ि मुख्य मंत्री खुद शिविर में होने वाले कार्यों पर नजर रखे हुए है ऎसे में अधिकारियों की किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

हवाएं होने लगी बर्फानी

देश के दक्षिणी-पश्चिमी भाग में आए चक्रवात का असर गुरूवार को शेखावाटी अंचल में भी नजर आया। हालांकि पिछले दो दिन से बादल छाए हुए थे, लेकिन गुरूवार को अंचल के अनेक स्थानों पर बरसात हुई। बरसात से किसानों में उत्साह की लहर दौड़ गई है और रबी की शुरूआत में बरसती बूंदें फसलों के लिए "जन्म घुट्टी" का काम कर गई। चूरू जिले के सुजानगढ़ व नागौर जिले के लाडनूं कस्बे में दोपहर करीब एक घंटे तक तेज बरसात होने से सड़कों पर एक से दो फीट तक पानी भर गया। सीकर, गणेश्वर, लक्ष्मणगढ़, नाथावतपुरा, बेरी और खण्डेला में शाम को बरसात हुई। सीकर में शाम साढ़े पांच बजे अचानक बरसात शुरू हो गयी और अच्छी बरसात हुई। निकटवर्ती नवलगढ़ में भी बारिश हुई। फतेहपुर में हालांकि बरसात नहीं हुयी पर देर शाम आस पास के इलाकों की बरसात का असर दिखा और हवाओं में ठंडक महसूस की गयी | मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात का असर 14 नवम्बर तक रहेगा।

Wednesday, November 10, 2010

श्री चतुर्भुजा माताजी का मेला 13 से

श्री चतुर्भुजा माताजी का तीसरा वार्षिकोत्सव मेला 13  नवंबर से भरेगा। आयोजक श्री चुतर्भुजा माताजी भक्तवृंद कोलकाता ने बताया कि गनेड़ीवाल और बाजोरिया अग्रवाल गोत्रियों की कुलदेवी श्री चतुर्भुजा माताजी के वार्षिकोत्सव का आयोजन श्री चतुर्भुजा माताजी के मंदिर में होगा। दो दिवसीय कार्यक्रम में शनिवार को माताजी की शोभायात्रा और मेला भरेगा। रविवार को दुर्गासप्तशती के पाठ, हवन, अखंड ज्योत, छप्पन भोग, श्री चतुर्भज माताजी के शृंगार सहित स्थानीय और कोलकाता के कलाकारों द्वारा भजन कीर्तन आदि का कार्यक्रम होगें। मेलें में कोलकाता, मुंबई, आसाम व मद्रास आदि क्षेत्रों से बाजोरिया और गनेड़ीवाल अग्रवाल गोत्रीय अप्रवासी आएंगे

राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए ट्रायल

  
रोलर स्केटिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए खिलाडिय़ों का चयन निमावत पब्लिक स्कूल में मंगलवार को पूरा हुआ। प्रतियोगिता के पर्यवेक्षक भागीरथमल महिचा ने बताया कि दिल्ली में होने वाली शिक्षा विभाग की 56 वीं राष्ट्रीय रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता के लिए दो दिवसीय सलेक्शन ट्रायल निमावत स्कूल में हुई। इसमें 11 ,14 ,17  और 19 वर्ष आयु वर्ग के छात्र -छात्राओं की ट्रायल में 29 छात्रों और 8 छात्राओं ने भाग लिया। चयन के समय  खेलकूद एवं शिक्षा विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उपस्थित अधिकारियों  ने स्कूल में खेलकूद सुविधाओं की जानकारी ली तथा निकटवर्ती विनायक इंटरनॅशनल एकेडमी का दौरा किया |  

नगरपालिका की बैठक सम्पन्न

नगरपालिका की साधारण सभा की पहली बैठक मंगलवार को नव निर्वाचित पालिकाध्यक्ष मधुसूदन भिंडा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सभी पार्षदों ने एजेंडे के सभी विषयों को ध्वनिमत से पारित कर एकजुटता दिखाई। अधिशासी अधिकारी पीरामल ने सभा का एजेंडा रखा। पार्षद मुश्ताक नजमी ने बिजली कार्यों को प्राथमिकता से हल करने का तथा पुरानी एनआईटी के आधार पर विकास कार्य करने के प्रस्ताव रखे। अजय पारीक ने आवारा पशुओं की समस्या रखी। रईस लुहार व अहमद बेहलीम आदि ने भी चर्चा में भाग लिया। बैठक की शुरुआत से पहले सदस्यों ने अपना परिचय दिया। 

पालिकाध्यक्ष ने सदन को आश्वासन दिया कि जनहित में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कस्बे के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने सदस्यों से मिलकर काम करने का आग्रह किया। साधारण सभा की बैठक अल्प समय के लिए ही चली और इसमें सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिए गए

Tuesday, November 9, 2010

सब्जियों के "राजा" की चढ़ी त्यौरियाँ

सब्जियों के "राजा" आलू की त्यौरियां अभी तक चढ़ी हुई हैं और आम उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ रहा है। हमेशा दीपावली के समय से आलू के भावों में कमी आ जाती थी, लेकिन इस बार ऎसा नहीं हुआ। जानकारों के अनुसार पंजाब से आने वाले नए आलू की इस बार बाजार में आवक शुरू नहीं हुई है। इस कारण आलू राजा के भाव चढ़े हुए हैं और आवक आधी रह गई है। हालांकि गत एक माह से आलू के भाव लगभग स्थिर चल रहे हैं, लेकिन हमेशा की तरह इस बार भाव कम नहीं हुए। 

पिछले वर्ष दीपावली के समय आलू के खुदरा भाव 5 से 6 रूपए प्रति किलो थे, जबकि इस बार भाव 10 से 15 रूपए प्रतिकिलो हैं। वहीं पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार आवक भी आधी रह गई है। शेखावाटी अंचल में एक पखवाड़े बाद पंजाब से नए आलू की आवक शुरू होगी। इसके साथ ही आलू के भाव में गिरावट आ जाएगी। इस वर्ष पंजाब में आलू की बुवाई देरी से हुई थी। 

आमतौर पर दीपावली के समय पंजाब से नए आलू की आवक शुरू हो जाती थी। आवक के साथ ही भाव गिर जाते थे, लेकिन इस वर्ष पंजाब में समय पर बरसात नहीं होने से आलू की बुवाई प्रभावित हुई और दीपावली के समय आलू नहीं आ पाया। वहीं उत्तर प्रदेश में आलू की पकी फसल पर अतिवृष्टि हो जाने से उत्पादन प्रभावित हो गया। नतीजतन उत्पादन गिरने से भाव बढ़ गए और खपत में गिरावट आई है।

Monday, November 8, 2010

दस्तक देने लगी सर्दी

दीपावली के बाद शेखावाटी अंचल में सर्दी की रंगत बढ़ गई है। पिछले दिनों तक सुबह-शाम पड़ने वाली गुलाबी सर्दी अब अंचलवासियों को कुछ-कुछ कंपकंपाने लगी है। हालांकि सर्दी का जोर सूरज ढलने के बाद ही नजर आता है और गहराती रात में बढ़ जाती है। 

सर्दी बढ़ने से लोगों की दिनचर्या पर भी प्रभाव पड़ा है। शहरवासी जल्दी ही घर चले जाते हैं और उन्हें देर तक सोना सुहाने लगा है। नहाने के लिए गर्म पानी की मांग होने लगी है। दिनचर्या के साथ खान-पान पर भी असर पड़ा है। लोग अब ठंडे खाद्य व पेय पदार्थ से परहेज करने लगे हैं। घर-घर में गर्मा-गर्म खाद्य पदार्थो की मांग बढ़ गई है।

मौसम विज्ञों के अनुसार हवा के रुख ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। क्योंकि उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम हवा का प्रभाव बढ़ने लगा है।इसका असर यह हुआ कि सूर्य किरणों सीधी के बजाय तिरछी पड़ने लगी हैं, जिससे कोहरे के साथ-साथ छींटों की संभावना बढ़ गई है। अमूमन गर्मी में दक्षिण-पश्चिम की तरफ बहने वाली हवा का सूर्य की किरण सीधे पड़ने से प्रभाव क्षेत्र सिकुड़ जाता है। लेकिन, सूर्य किरण दक्षिण की ओर पड़ने से तापमान गिरने लगा है। फतेहपुर कृषि विज्ञान केंद्र के डा. सहदेवसिंह बताते हैं इस हवा का असर ज्यादा होने से रात को नमी बढ़ रही है, जिसका असर कोहरे के तौर पर देखने को मिल सकता है।

Saturday, November 6, 2010

रोशन हुआ हर घर आँगन

दीपमालिका के अनूठे पर्व पर हर ओर उल्लास और खुशी की बयार बहती नजर आई हर मुंडेर दीपमालाओं से सजी नजर आई । घर का कोना-कोना दीपक की लौ से जगमगाया, महालक्ष्मी के स्वागत में खुशियों की फुलझडिया झिलमिलायी और चेहरों पर मुस्कुराहटों की चमक दिखी । महालक्ष्मी की आराधना के लिए शहर दुल्हन की तरह सजा और घर-घर में लक्ष्मी की आवाभगत के लिए विशेष सजावट की गई। 
महालक्ष्मी पर्व पर घर आंगन को सजा कर लोग लक्ष्मी के आगमन के लिए पलक पावड़े बिछाये । इस मौके पर बच्चे व युवा वर्ग पटाखे छोड़ कर खुशियां मनायी । घरों में पकवान बनाकर लोग एक दूसरे के गले मिले तथा बड़ों से आशीर्वाद लिया। इस बार मानसून की मेहरबानी के कारण देहात में दीपावली के प्रति खासा उत्साह नजर आया । 
बाजार में लक्ष्मीजी का पाना, चांदी के नोट, लक्ष्मी और गणेशजी के चांदी के सिक्के, पूजा की थाली, दीपक, रूई, रोली, मोली, चावल, लौंग, सुपारी, पान, इलायची, अगरबत्ती, मिट्टी का कलश, सीता फल, बेर, शकरकंदी, खील, पताशे और गन्नों की बिक्री में तेजी रही। 

Thursday, November 4, 2010

दीवाली की धूम

धन के देवता कुबेर और महालक्ष्मी को घर लाने के लिए बुधवार को पूरा बाजार चमका और खुशियों के त्योहार दीपोत्सव की शुरुआत के साथ स्वास्थ्य के प्रतीक भगवान धन्वंतरि दिवस, यानि धनतेरस पर पूरा शहर जश्न के माहौल में डूबा रहा। 14 साल बाद आए बुधवार और धनतेरस के शुभ संयोग पर खरीदारी में लोग पीछे नहीं रहे। खरीदारों से बाजार देर रात तक अटे रहे और देर रात तक रोशनी जगमगाती रही। बुधवार होने की वजह से लोगों ने गणोश भगवान की पूजा-अर्चना कर खरीदारी की और व्यापारियों ने नए व्यापार की शुरुआत की।

बुधवार और धनतेरस का ऐसा संयोग अब 30 अक्टूबर 2024 में आएगा। शाम को घरों में यम दीया जलाकर सुख-समृद्धि की कामना की गई। वैसे तो धनतेरस पर बर्तन खरीदने का रिवाज रहा है, लेकिन शुभ मुहूर्त में नई कार, बाइक और स्कूटी के अलावा फ्रिज, एलसीडी, होम थिएटर, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, लैपटॉप, कैमरा, मोबाइल खरीदने वालों की भी बाजार में जबरदस्त भीड़ उमड़ी। वहीं सोने-चांदी के ज्वैलरी और सिक्के खरीदने वाले भी बाजार में जुटे

सज-धजकर महिलाओं व युवतियों ने तिल का तेल युक्त दीपक जला गंध, पुष्प व अक्षत से पूजन कर दक्षिण में मुख करके यम से प्रार्थना की। इस दौरान बच्चों व बड़ों ने फुलझडियां व पटाखे भी छुड़ाए। सड़कों पर वाहनों की भीड़ के बीच यातायात कई बार बाधित हुआ। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में शाम को तेरह दीपक जलाकर कुबेर की पूजा की गई। देवालयों में प्रभु के समक्ष दीपक जला परिवार की खुशहाली की कामना की।

Tuesday, November 2, 2010

दीवाली पर मिठाइयों से तौबा

दीपावली से पहले मावे में लगातार हो रही मिलावट को देखते हुए लोगों ने मावा निर्मित मिठाइयों से तौबा कर ली है। अब मावे की बर्फी के खरीददार न के बराबर रह गए हैं। उल्लेखनीय है कि दीपावली से पखवारे भर पहले बाजार में मावे के दाम आसमान पर पहुंच जाते है। इस साल भी कुछ वैसे ही चल रहा था, लेकिन तीन चार दिनों से लगातार विभिन्न स्थानों पर नकली मावे बरामद किए गए है। इस खुलासे के बाद लोगों ने मावा निर्मित मिठाईयों से तौबा कर ली है। यही वजह है कि जहां बीते साल दीपावली तक मावा करीब दो सौ रूपए प्रति किलो तक बिका था वहीं इस साल धनतेरस के एक दिन पहले तक मावा 120 से 130 रूपए प्रतिकिलो बिक रहा है। जबकि दो माह पहले मावे के दाम 140 रूपए से 160 रूपए प्रतिकिलो थे। वहीं, बेसन से बनी मिठाईयों की मांग बाजार में बढ़ती जा रही है और डूंगरगढ़ व बीकानेर से आने वाले मावे की मांग नाम मात्र की हो गयी है | गौर तलब है क़ि स्वास्थ्य एवं खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कार्रवाई ने दीपावली के ठीक पहले समूचे प्रदेश में अनेक स्थानों पर बड़ी तादाद में नकली मावा पकड़ा है। इसी के साथ कई स्थानों पर महीनों पुराना, सड़ा हुआ मावा भी जब्त किया गया है। इस वजह से धनतेरस के नजदीक आने के बाद भी बाजार में मावे की मांग नहीं बनी है।

Monday, November 1, 2010

मिनी धन तेरस बना पुष्य नक्षत्र

30 साल बाद शनिवार का दिन, मित्र योग, अष्टमी तिथि व पुष्य नक्षत्र का संयोग मार्केट के लिए दिव्य योग बनकर आया। शनि पुष्य नक्षत्र के महायोग पर बाजार में खरीदारी का बूम रहा। महिलाओं में ज्वैलरी के प्रति उत्सुकता थी तो युवाओं ने कपड़ों, ऑटोमोबाइल व इलेक्ट्रोनिक्स की तरफ रुख किया। दुकानदारों की मानें तो ‘मिनी धनतेरस’ पर लोगों में जबरदस्त उत्साह रहा। जिलेभर में ज्वैलरी, इलेक्ट्रोनिक्स, ऑटोमोबाइल, गारमेंट सहित अन्य में अच्छी बिक्री होने का अनुमान है। पुष्य नक्षत्र की खरीदारी को देखते हुए तीन नवंबर की धनतेरस पर उम्मीदें दोगुनी हो गई हैं। सोने-चांदी के भावों में एक हजार रुपए तक की बढ़ोतरी के बावजूद ज्वैलरी मार्केट में तेजी देखी गई। इलेक्ट्रोनिक्स व ऑटोमोबाइल में भी लोगों ने मुहूर्त के हिसाब से बुकिंग कराई और खुशियां घर पर लेकर पहुंचे। गारमेंट मार्केट में भी महिलाओं व लड़कियों ने कपड़ें खरीदे। मार्केट में कपड़ों की काफी रेंज आई हुई है। शनि पुष्य नक्षत्र पर शुरू हुआ खरीदारी का दौर दिवाली तक यूं ही जारी रहेगा। दुकानदारों का कहना है कि पुष्य नक्षत्र की खरीदारी को देखते हुए धनतेरस पर जबरदस्त खरीदारी होगी। तीन नवंबर की धनतेरस पर सबकी निगाहें टिक गई हैं। पुष्य नक्षत्र पर खरीदारी को देखते हुए शनिवार को सोने के भावों में 400 और चांदी के भाव एक हजार रुपए तेज हो गए। जेवराती सोना प्रति दस ग्राम 200 रुपए बढ़कर 18600 और फाइन गोल्ड 400 रुपए बढ़कर 19200 हो गया। इसी तरह चांदी एक हजार रुपए तेजी के साथ 37 हजार रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गई

विटामिन की दवा पिलाई

बच्चों को विटामिन की दवा पिलाने के अभियान का शनिवार को महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक ने बच्चे को दवा पिलाकर शुभारंभ किया। महिला एवं बाल विकास अधिकारी शहर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि शनिवार को कस्बे के वार्ड छह में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में शर्मा और पालिकाध्यक्ष मधुसूदन भिंडा ने अभियान शुरू किया। अभियान 30 नवंबर तक चलेगा। सीडीपीओ ग्रामीण प्रभुदयाल बारेठ, महिला पर्यवेक्षक शांता सोनी, सुभाष पारीक आदि भी थे। 

Thursday, October 28, 2010

चमडिय़ा स्कूल के र्मचारियों का धरना समाप्त

वेतन की मांग को लेकर चल रहा चमडिय़ा सीसै स्कूल कर्मचारियों का धरना बुधवार को समाप्त हो गया। स्थानीय प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुरेश टिड्डा ने बताया कि एसडीएम फतेह मोहम्मद खान, शहर कोतवाल तेजपालसिंह और पालिकाध्यक्ष मधु भिंडा की मध्यस्था में चमडिय़ा स्कूल के एलएमसी अध्यक्ष सुरेश टिड्डा, उपाध्यक्ष दीपक धानुका की प्रिन्सीपल हरदेवसिंह, सुरेंद्र शर्मा, निरंजन शर्मा आदि कर्मचारियों से बातचीत हुई। इस दौरान दोनों पक्षों में हुए समझौते के अनुसार कर्मचारियों के फरवरी १० और मार्च १० के वेतन उनके बैंक खातों में डाल दिए गए तथा शेष वेतन के शीघ्र भुगतान का आश्वासन दिया। समझौते के बाद कर्मचारियों ने शिक्षण बहिष्कार का निर्णय वापस ले लिया और धरना समाप्त कर दिया

Tuesday, October 26, 2010

वेतन के लिए धरना जारी

बकाया वेतन की मांग को लेकर सेठ जीआर चमडिय़ा सीसै स्कूल के कर्मचारियों का धरना सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा। संघर्ष समिति के प्रवक्ता निरंजन शर्मा ने बताया कि प्रबंध समिति द्वारा कर्मचारियों को १२ महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों को परेशान करने के लिए प्रबंध समिति द्वारा जानबूझकर अनुदान नहीं उठाया जा रहा है। वेतन की मांग को लेकर कर्मचारी स्कूल के बाहर धरने पर बैठे हैं, परंतु प्रबंध समिति के अडिय़ल रवैये के कारण वेतन नहीं मिल रहा है। अनुदानित शिक्षाकर्मी संघ के जिलाध्यक्ष देवीसिंह शेखावत ने बताया कि चमडिय़ा स्कूल के कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में मंगलवार को कस्बे के सभी अनुदानित शिक्षण संस्थाओं के कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेंगे तथा एसडीएम को ज्ञापन देंगे। संघर्ष समिति के अनुसार मंगलवार को एलएमसी सचिव का पुतला जलाया जाएगा

फोरलेन होगा NH 65


राज्य सड़क एवं परिवहन मंत्री  श्री महादेव सिंह खंडेला ऩे घोषणा की क़ि राष्ट्रीय राजमार्ग ६५ ( पाली - अम्बाला ) जल्दी ही चार लेन में परिवर्तित कर दिया जाएगा | श्री खंडेला चुरू कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे , हाइवे पर अनोखी हट होटल में उनका अभिनन्दन किया गया | उल्लेखनीय है क़ि राजमार्ग संख्या 65 फतेहपुर को चुरू से जोड़ने वाली सड़क है | उक्त राजमार्ग शहर की व्यस्ततम सड़कों में है जहां लाखों भक्तों की आस्था का केन्द्र दो जांटी बालाजी धाम भी स्थित है, दो जांटी बालाजी के पास से ही एक सड़क NH65 को  NH11 (जयपुर बीकानेर ) से जोडती है | उक्त सड़क चार लेन होने से ट्रेफिक का भार बहुत घट जाएगा |        

Sunday, October 24, 2010

ठण्ड का एहसास बढ़ा


शरद पूर्णिमा की रात किसानों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। शुक्रवार देर रात से ही अंचल में कोहरा छाना शुरू हो गया और शनिवार सुबह सात बजे तक समूचा अंचल कोहरे के आगोश में रहा। घाटी में हुई बर्फवारी का असर अंचल में भी नजर आया और गर्माया वातावरण अनुकूल बनने लगा। कुछ स्थानों पर घना कोहरा भी छाया रहा। इससे 50 मीटर की दूरी पर खड़ा व्यक्ति तक नजर नहीं आया। हाईवे मार्ग पर अत्यधिक घना कोहरा छा गया। इस कारण वहां पास में खड़े व्यक्ति को देखना मुश्किल हो गया। वाहन चालकों को हैड लाइट जलानी पड़ी। आम तौर पर शरद पूर्णिमा के साथ ही ठण्ड का गुलाबी एहसास बढना शुरू हो जाया करता है , इस बार भी शरद पूर्णिमा पर तापमान में एक साथ ६ डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी और देर रात के साथ अल सुबह की हवाओं में ठिठुरन नजर आई |

शरद पूर्णिमा पर अनेक आयोजन


शरद पूर्णिमा के अवसर पर नगर के सभी मंदिर भगवद भक्ति से गुलजार नजर आये | श्री दो जांटी बालाजी धाम पर इस अवसर पर रात्रि में जागरण का आयोजन किया गया जहां  भजनों की अमृत वर्षा हुई। देर रात तक चले कार्यक्रमों का श्रद्धालु जमकर नाचे। | श्री बुधगिरी जी की मढी पर चल रहे शरद पूर्णिमा महोत्सव में भी संगीतमय 108 सामूहिक सुन्दरकाण्ड पाठ किये गए | नगर के इष्टदेव श्री लक्ष्मीनाथ जी के मंदिर में भी शरद पूर्णिमा की अमृत बरसाती रात में श्री ठाकुर जी  की श्वेत वस्त्रों में नयनाभिराम झांकी सजाई गयी | जानकी वल्लभ जी के मंदिर सहित नगर के अन्य मंदिरों में भी भगवान की झांकी सजाकर भजन कीर्तन किया गया तथा खीर का प्रसाद बांटा गया | श्री अमृतनाथ आश्रम में भी संकीर्तन का आयोजन हुआ जिसमें जिला कलेक्टर सहित अन्य कई गणमान्य नागरिकों ऩे शिरकत की |  

Thursday, October 21, 2010

बिना जुताई बुवाई के लहलहायी फसल


खेतों को ना तो बैलों ऩे जोता और ना ही ट्रेक्टर घरघराया, जुताई और बुवाई के बिना ही खेत लहलहा उठे और उत्पादन भी तीन गुना अधिक | यह करिश्मा कर दिखाया है फतेहपुर के सदींसर के किसान नारायण प्रसाद रेवाड़ ऩे | जीवन के 77 बसंत देख चुके रेवाड  ऩे खेती के लम्बे अनुभव के बल पर बिना हल चलाये बाजरे की खेती कर सभी को अचम्भे में डाल दिया है |  

ऐसे हुआ करिश्मा : रेवाड़ ऩे 15 बीघा  जमीन में एक फीट के अंतराल पर 9 से 10 इन्च गहरा गड्ढा खोदा | पूरे खेत में करीब 54000 गड्ढे  खोदकर उनमें गबर की सड़ी गली खाद मिलाकर वापस भर दिए | मानसून की पहली बारिश के बाद हर गड्ढे को खुरपी से हल्का खोदकर संकर बाजरे के 4 से 5 बीज डाल दिए | बारिश के बाद पौधे निकल आये | अतिरिक्त पौधों को गड्ढे के पास रिक्त स्थानों पर अलग अलग रोप दिया | 
सामान्यतया 15 बीघा जमीन से करीब 30 क्विंटल उत्पादन मिलता है लेकिन नयी तरकीब से रेवाड को करीब 85 क्विंटल उत्पादन और चार गुना अधिक चारा मिलने की उम्मीद है | जमीन के अन्दर खाद देने से मिट्टी की गुणवत्ता में भी खासी बढ़ोतरी हो गयी है जिसका फायदा करीब चार साल तक मिलेगा |    

Wednesday, October 20, 2010

चमडिया शिक्षण संस्थाओं में विवाद गरमाया

सेठ जीआर चमडिय़ा सीनियर सैकंडरी स्कूल के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। मंगलवार को वेतन की मांग को लेकर कर्मचारियों ने स्कूल के आगे धरना दिया और चमडिया कालेज छात्रसंघ और एसएफआई ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर कर्मचारियों को बकाया वेतन दिलाने की मांग की। दूसरी तरफ स्थानीय प्रबंध समिति के सचिव बजरंगलाल ने शिक्षकों की शह पर विद्यार्थियों द्वारा सचिव के मकान पर पथराव, महिलाओं से दुव्र्यवहार का आरोप लगाते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। सचिव ने छात्र हीरालाल के अलावा शिक्षक सुरेन्द्र शर्मा, निरजंन शर्मा आदि के खिलाफ कार्यवाही की रिपोर्ट पुलिस में दी है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को कर्मचारियों ने गत दस माह के बकाया वेतन की मांग के लिए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था।

प्रतिभा सम्मान समारोह



जालान आदर्श विद्या मंदिर में मंगलवार को प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन कर प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य रामकृष्ण पारीक ने बताया कि श्री मोतीलाल मुरारीलाल धानुका चेरिटी ट्रस्ट, मुम्बई द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह की अध्यक्षता वेणीप्रसाद भाटी ने की। मुरारीलाल धानुका मुख्य अतिथि तथा विष्णुप्रसाद खेडवाल, किरण धानुका आदि विशिष्ट अतिथि थे। इस अवसर पर आठवीं,दसवीं और बारहवीं के अलावा विभिन्न कक्षाओं में सर्वाधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों व अन्य गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन करनें वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।  नगर के अनेक गणमान्य लोग पारितोषिक वितरण समारोह में उपस्थित थे |

Tuesday, October 19, 2010

भागवत कथा का आनंद उठाया


श्री बुधगिरी जी की मढी में चल रहे शरद पूर्णिमा महोत्सव में श्रीमद भागवद कथा के दौरान संत श्री ज्ञानान्द जी ऩे कहा क़ि मनुष्य को जीवन में सदैव अच्छा कार्य करना चाहिए | उन्होंने राजा परीक्षित द्वारा अभिमान में ऋषि का अपमान करने की कथा सुनाते हुए कहा क़ि जो व्यक्ति संतों, महा पुरुषों, गुरु, माता-पिता का अनादर करता है, उसे आखिरकार अपने किये का परिणाम भोगना ही पड़ता है | अतः जीवन में अभिमान, अहंकार, द्वेष इत्यादि से दूर रहकर अपने कर्त्तव्य की पालना करनी चाहिए | कथा के सभी प्रसंग भाव विभोर कर देने वाले थे | मढी पर श्री गुलाब यति जी महाराज एवं श्री दिनेश गिरी जी के सान्निध्य में संकीर्तन का भी आयोजन हुआ जिसका भक्त जन आनंद उठा रहे थे |   

अध्यापकों ने रैली निकाली


सेठ जीआर चमडिय़ा सीसै स्कूल के कर्मचारियों तथा प्रबंध समिति में चल रही खींच तान आज और भी खुल कर सामने आ गयी |  संस्था के शिक्षकों ने बकाया वेतन की मांग को लेकर तहसीलदार को एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने ज्ञापन में बताया कि स्थानीय प्रबंध समिति द्वारा कर्मचारियों को 12  माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें परेशान करने के लिए प्रबंध समिति अप्रैल माह से अनुदान नहीं उठा रही है। कर्मचारियों की माँगों के समर्थन में चमडिय़ा स्कूल के छात्रों ने स्कूल से प्रारंभ कर मुख्य बाज़ार  से होते हुये एसडीएम कार्यालय तक रैली निकाली तथा कर्मचारियों व शिक्षकों को वेतन देने की मांग की। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें बकाया वेतन शीघ्र नहीं दिया गया तो वे मय परिवार के एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना देंगे | इस प्रकरण में उल्लेखनीय है क़ि करीब दो वर्ष पूर्व इसी तनातनी को लेकर तत्कालीन प्रबंध समिति को पूरी तरह बर्खास्त कर नयी प्रबंध समिति का गठन कर दिया गया था तथा प्रबंधकीय अधिकार नए सचिव व समिति को हस्तांतरित कर दिए गए थे | 

हाईवे पर लगा सालासर भक्तों का रैला

राष्ट्रीय राजमार्ग 11 और 65 पर सालासर भक्तों का रेला चल रहा है। हजारों जयकारे लगाते हुए सालासर धाम की ओर पैदल और साइकिलों से कूच कर रहे हैं। पदयात्रियों की सेवा के लिए श्री दो जांटी बालाजी, मोहन वाटिका, चूरू बाईपास, मांडेला मोड़, श्री बुधगिरिजी की मढ़ी आदि स्थानों पर शिविर लगाए गए हैं। एनएच 65 पर मोहन वाटिका में लगाए गए शिविर में तहसीलदार सज्जनसिंह शेखावत सहित अनेक लोगों ने हनुमान भक्तों की सेवा की। दो जांटी बालाजी धाम में भी सालासर जाने वाले यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है | बुधगिरी जी की मढी में भी यात्रियों के लिए शिविर आयोजित किया गया है जहां उनके खाने पीने के साथ साथ औषधि इत्यादि की भी व्यवस्था की गयी है |

रतिनाथ जी ने किया मंत्रमुग्ध



बऊ  धाम के पीठाधीश्वर संत शिरोमणि श्री रतिनाथ जी ऩे श्री दो जांटी बालाजी धाम में भजनों की लहरियां बिखेर भक्तों को मन्त्र मुग्ध कर दिया | दो जांटी बालाजी धाम में  रात रतिनाथ जी के भजनों  को सुनाने के लिए भारी भीड़ उमड़ पडी | सभी भक्त जनों ऩे देर रात कर सुमधुर भजनों की स्वर लहरियों का आनंद लिया | कार्यक्रम में मंदिर के ट्रस्टी श्री प्रभु दयाल बोचीवाल सहित नगर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे |  

Monday, October 18, 2010

स्वर्ण पदक विजेता का स्वागत



राष्ट्रकुल खेलों में स्वर्ण पदक जीत कर देश का नाम रोशन करने वाली शेखावाटी की बहु कृष्णा पूनिया के फतेहपुर आगमन पर आज फतेहपुर वासियों ऩे अपने पलक पांवड़े बिछाकर उनका अभिनन्दन किया | क्षेत्र वासियों से मिले असीम प्यार से अभिभूत होकर कृष्णा ऩे कहा मुझे कभी नहीं लगा में यहाँ की बहू हूँ, मैंने हमेशा अपने आप को यहाँ की बेटी ही समझा है | यहाँ के लोगों से मुझे असीम प्यार व अपनापन मिला है | इसी प्यार और आशीर्वाद की बदौलत में बावन वर्ष बाद एथलेटिक्स में देश को स्वर्ण पदक दिला पाने में कामयाब रही हूँ | कृष्णा ऩे कहा मेरे पति ऩे हमेशा एक मित्र की भांति मेरा  सहयोग व मार्गदर्शन किया है | में इस सफलता का श्री मेरे पति को देना चाहूंगी |

पथ संचालन निकाला

ड्रम की ताल, अणत की झंकार और बांसुरी की स्वर लहरियां। भारत माता के गगनभेदी जयकारे और जगह-जगह पुष्प वर्षा। यह नजारा रहा रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 86वें स्थापना दिवस के पथ संचलन के मौके पर। 

संचलन में कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ते स्वयंसेवक मानो यही संदेश दे रहे हो कि "संगठन गढ़े चलो सुपथ पर बढ़े चलो... भला हो जिसमें देश का वह काम तुम किए चलो...। गढ़ में एकत्रीकरण के बाद घोष की धुन पर भारत माता के जयकारों के साथ स्वयंसेवकों ने संचलन शुरू किया। यहां से कदम बढ़ाते स्वयंसेवक नगर के सभी प्रमुख मार्गों से होते हुए पुन: गढ़ पहुंचे। संचलन मार्ग पर लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इससे पूर्व समारोह के प्रारम्भ में स्वयंसेवकों ने ध्वज प्रणाम कर राष्ट्र की अखण्डता और सेवा के लिए प्रार्थना कर शस्त्र पूजन किया।

विजयादशमी मनाई

रविवार को उगते सूरज  की लालिमा के साथ ही हर तरफ अबीर, गुलाल की महक फैली हुई थी और फूल बरस रहे थे। साथ में तेज आवाज में भक्ति गीतों पर भक्तों के  कदम थिरक रहे थे। नौ दिन तक मां दुर्गा की आराधना करने वाले भक्त सुबह दस बजने के साथ ही दो  मां दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जन के लिए लेकर रवाना हुए। बावड़ी गेट दुर्गा पूजा, न्यू मंडावा स्टैंड, मंडावा रोड सार्वजनिक शिवालय आदि स्थानों पर स्थापित दुर्गा पूजाओं का सामूहिक जुलूस निकाला गया। दोपहर में शहर के सभी प्रमुख मार्गो पर मां की भक्ति में लीन भक्तों की टोलियाँ नाच गा रही थी । महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सब जोश के साथ मां अम्बे की प्रतिमाओं के साथ चल रहे थे।  शोभायात्रा के रूप में झांकियों के साथ राम की सवारी जब जोहड़े  पर पहुंची तो हर किसी ने श्रीराम का वंदन किया।



जोहड़े के पिछले भाग में आतिशी नजारों के बीच बुराई के प्रतीक रावण की  करीब बीस फुट ऊंची प्रतिमा का दहन श्रीराम के हाथों किया गया तो मैदान जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा,  इसके बाद सभी श्रद्धालुओं ऩे श्रीराम और माँ अम्बे की जयकार के नारे लगाए | जुलूस में ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सहित दुर्गा पूजा समितियों द्वारा देवी-देवताओं की  झांकियां सजाई गई। दशहरा मेले में बच्चों ने झूलों के साथ खाने-पीने का भी पूरा आनंद उठाया।