Tuesday, November 30, 2010

खूब बही भजनों की गंगा


भैरव अष्टमी पर श्री भैरूंजी के मंदिर में हुई भजन संध्या में संत निश्चलनाथ के सानिध्य में बही भजनों की स्वर गंगा में श्रद्धालु झूम उठे। श्री लक्ष्मीनाथ विद्यालय के पास श्री भैरूंजी के मंदिर के पास शनिवार को भजन संध्या का आयोजन नाथजी आश्रम चुवास के संत निश्चलनाथ के सानिध्य में किया गया। इसमें विष्णु रिणवा  , पंकज हरितवाल, मूलचंद चौधरी आदि स्थानीय कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर संत निश्चलनाथ का भैरूंजी भक्तों द्वारा प्रतीक चिह्नï भेंटकर सम्मान किया गया। इस दौरान नगर के अनेक  गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

Saturday, November 27, 2010

ब्लाक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं सम्पन्न

स्थानीय ग्राम हरसावा में ब्लाक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं सम्पन्न हुयी | ब्लाक स्तरीय इन प्रतियोगिताओं में खो खो, बालीबाल, कबड्डी, साधारण दौड़ , रिले दौड़, भाला फेंक, गोला फेंक, कुश्ती इत्यादि प्रतियोगिताएं छात्र व छात्रा वर्ग में अलग अलग करवाई गयी थी | शुक्रवार को प्रतियोगिताओं का समापन समारोह आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता एल आई सी के प्रबंधक ऩे की, एस डी जोइया मुख्य अतिथि तथा घीसालाल एवं सुलतान सिंह ढाका विशिष्ट अतिथि थे | सभी अतिथियों ऩे कहा ऐसी प्रतियोगिताओं से बच्चों की शारीरिक प्रतिभा का विकास होता है तथा ऐसे आयोजनों को बढ़ावा मिलना चाहिए | कार्यक्रम के अंत में संयोजक व प्राचार्य शिसुपाल सिंह नारसरा ऩे प्रतियोगिताओं का प्रतिवेदन पेश किया |

Thursday, November 25, 2010

सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित


स्थानीय धानुका गल्र्स कॉलेज में लायंस क्लब द्वारा बुधवार को सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गई। संयोजक सुमित मोदी ने बताया कि स्कूली और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए आयोजित तीन स्तरीय प्रतियोगिता में धानुका गल्र्स कॉलेज, चमडिय़ा कॉलेज, न्यू राज. सीसै स्कूल, प्रिंस स्कूल, सेंटथाम एकेडमी, दूगड़ बालिका सीसै स्कूल आदि संस्थाओं के 165  विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में कालेज के प्राध्यापकों  सहित लायंस क्लब के पदाधिकारी एवं  सदस्य भी  उपस्थित थे। प्रतियोगिता के विजेताओं को लायंस क्लब चार्टर नाइट में 
सम्मानित किया जाएगा |

Wednesday, November 24, 2010

शादी परोजन की धूम

इन दिनों धीरे धीरे परवान चढ़ती ठण्ड के बीच शहर की गलियों में बैंड बाजे और बारातियों की धूम नजर आ रही है | देव उठनी एकादशी से शुरू हुए सावे लगभग एक महीने तक चलेंगे | इस बीच शादी परोजन इत्यादि के उत्तम सावे होने से चारों ओर मांगलिक कार्यों की भरमार हो रही है | शहर की धर्मशालाओं में  चार महीने सूनी रहने के बाद फिर रौनक हो गयी है | हलवाई, कैटरर्स, पंडित इत्यादि की व्यस्तता भी बढ़ गयी है | बढ़ती ठण्ड का भी असर वैवाहिक परिधानों पर पड़ने लगा है और बारातियों के परिधानों में छोले पायजामे की जगह सूट, कोट इत्यादि बहुतायत से नजर आने लगे हैं | ठण्ड की दस्तक बढ़ने के साथ साथ विदेशी पर्यटकों का आवागमन भी शुरू हो गया है और गलियों में जहा तहां अकेले या ग्रुप में विदेशी पर्यटक नजर आऩे लगे हैं | उल्लेखनीय है क़ि सर्दी के मौसम में नगर में विदेशी पर्यटकों का आवागमन चरम पर रहता है | भारतीय शादियाँ और परम्पराएं विदेशी पर्यटकों के लिए कौतूहल का विषय है और जगह जगह बारात, दूल्हे की कार, बैंड बाजा इत्यादि  को निहारते विदेशी पर्यटक आजकल सुलभ ही नजर आ जाते हैं |
                

Tuesday, November 23, 2010

ठंड ने दाँत बजवाये

कल पूरे दिन बादलों में छुपे सूर्य भगवान और यहाँ तहाँ फैले काले बादलों ऩे जहां नगर वासियों को दांत कंपकंपाऩे पर मजबूर कर दिया वहीं विवाह शादी वाले घरों को भी अनचाही बरसात  से बचने के इंतजामात करने को बाध्य किया | सुबह से ही आसमान बादलों से अटा रहा। सुबह मामूली बूंदाबांदी से पारे में थोड़ी गिरावट आई, लेकिन दोपहर बाद को बर्फानी हवाएं चलने से पारा एकदम नीचे लुढ़क गया। बूंदाबांदी से शहर की सड़कें तरबतर हो गई। 22 व 23 नवम्बर का अच्छा सावा होने की वजह से शादी विवाह वाले घरों में भी लोग बारिश से बचने के लिए सलाह मशवरा करते नजर आये | पारा गिरने से सर्दी की चमक बढ़ने के साथ ही लोग घरों में दुबक गए, जो लोग सुबह बिना ऊनी कपड़े पहने निकले, उन्हें सर्दी का प्रकोप झेलना पड़ा। बाजारों में शाम ढलने के साथ ही सन्नाटा पसरना शुरू हो गया है।दुकानदार सर्दी के कारण जल्द ही दुकानें बढ़ा कर घरों को कूच कर जाते हैं। सुबह आठ बजे बाद तक बाजार में यातायात दिखाई नहीं देता।

Sunday, November 21, 2010

रेलवे फाटक खोलने की मांग

हरसावा से अलखपुरा जाने वाले रास्ते मै पड़ने वाले फाटक को बंद कर देने से ग्रामीणों में अत्यंत रोष व्याप्त है | इसी फाटक को  दुबारा शुरू करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ऩे ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया है। फाटक नहीं खोलने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन में लिखा है कि ग्राम हरसावा बड़ा से अलखपुरा जाने वाले मुख्य रास्ते पर लगे फाटक नंबर ३२ को बंद करने से हरसावा बड़ा के खेतों में रहने वाले करीब २०० परिवारों के आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। उन लोगों के लिए इस रास्ते के अलावा अन्य कोई मार्ग नहीं है। फाटक बंदे हो जाने से आम आदमी व पशुधन को रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरना पड़ता है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। इस संबंध में ग्रामीणों ने पूर्व में भी प्रशासन को अवगत कराया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि दस दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो धरना देकर भूख हड़ताल की जाएगी।

Saturday, November 20, 2010

बेसवा में केनरा बैंक की शाखा खुली

निकटवर्ती ग्राम बेसवा में कल केनरा बैंक की शाखा क उदघाटन स्थानीय विधायक भंवरु खां ऩे किया | स्थानीय क्षेत्र में ग्रामीण इलाकों में  बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध होने से ग्रामीणों को काफी सहूलियत हो जायेगी | बैंक के इस कदम का मौके पर मौजूद ग्रामीणों ऩे स्वागत किया तथा और बैंकों द्वारा भी ग्रामीण इलाकों की ओर रुख करने पर बल दिया | उल्लेखनीय है क़ि बेसवा फतेहपुर तहसील के सबसे बड़े गाँवों में से एक है | यहाँ के काफी बाशिंदे खाड़ी देशों में जीविकोपार्जन के लिए रहते हैं | बैंकों में खुलने वाले एन आर आई खातों में अधिकतम संख्या इसी गाँव के निवासियों की है | बैंक के आला अधिकारियों ऩे बताया क़ि बैंक ऩे इन्ही सब तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह शाखा खोली है  |

Thursday, November 18, 2010

मौसम के मिजाज ने किया हैरान

बुधवार को मौसम दिनभर करवट बदलता रहा। सुबह घना कोहरा, और शाम को खिली धूप ने कई नजारे दिखाए। घने कोहरे से अलसुबह 40 मीटर की दूरी के आगे कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ी। बारिश के बाद सर्द हवा से ठिठुरन बढ़ गई। जिले में पिछले कई दिनों से बारिश का सिलसिला बना होने से कार्तिक मास में भी चौमासे का अहसास होने लगा है। बारिश के बाद नमी बढ़ने से सर्दी का असर बढ़ गया। 

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अनुसार अरब सागर से उठे दक्षिणी-पश्चिमी चक्रवात के कारण तेज हवा और बारिश का सिलसिला अब थमने वाला है। क्योंकि चक्रवात कमजोर पड़ने लगा है। फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र के डा. सहदेवसिंह के अनुसार धीरे-धीरे अब मौसम साफ होने पर पारा गिरने के साथ सर्दी का असर बढ़ने लगेगा। मौसम में 90 फीसदी तक नमी बनी हुई है। ऐसे में अगले दो-तीन रोज तक कोहरा छाए रहने की संभावना है।

Wednesday, November 17, 2010

अल्लाह को प्यारी है कुर्बानी

अल्लाह की राह में कुर्बानी की याद दिलाने वाला त्योहार ईद-उल-अजहा बुधवार को मनाया गया । ईद की नमाज अदा करने के लिए शहर की मस्जिदों में सुबह से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। तड़के ही घरों में ईद की नमाज की तैयारियां शुरू हो गई थीं। इसके बाद नमाज अदा करने युवा, बड़े और यहां तक कि छोटे बच्चे भी नमाज के लिए पहुंचे। शहर की तमाम मस्जिदों और इबादतगाहों में ईद की नमाज अदा की गयी । हजरत इब्राहीम खलीलुल्लाह की अल्लाह की रजा और हुक्म की तामील में अपने बेटे इस्माइल को कुर्बान करने पर आमादा हो जाने के प्रतीक रूप में मनाए जाने वाले इस त्योहार के लिए मंगलवार को मुस्लिम बहुल इलाकों में जोरदार तैयारियां रहीं। गृहिणियों ने ईद की तैयारियां कई दिन पहले ही शुरू कर दी थी। कुर्बानी का वक्त जिल्हिजा को नमाजे ईद के साथ शुरू होकर 12 जिल्हिजा को सूर्यास्त से पहले तक का है। कुर्बानी के लिए मंगलवार को देर रात तक बकरों की खरीदारी होती रही।


बकरीद पूरी दुनिया में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। बताया जाता है कि एक बार पानी की सख्त किल्लत हुई थी और इब्राहीम के बेटे इस्माइल पानी के लिए तड़प रहे थे। उनकी पत्नी हजरत हाजरा ने अपने बेटे इस्माइल के लिए पानी की तलाश में सफा और मरवा पहाड़ियों के सात बार चक्कर लगाए लेकिन पानी नहीं मिला। सातवीं बार जब वह लौटीं तो पानी का एक सोता फूटा और बेपनाह पानी निकलने लगा। उसी का नाम आबेजमजम है जिसे हज करने के बाद प्रत्येक हाजी अपने साथ लाता है।

यही वह पानी है जिसे तीनों मजहबों में पवित्र पानी का दर्जा हासिल है। हज के दौरान सफा और मरवा पहाड़ियों के तवाफ (परिक्रमा) का रिवाज भी हजरत हाजरा के पानी की तलाश में इन पहाड़ियों में जाने से पड़ा। हज के दौरान जितने भी अरकान (रस्में) अदा किए जाते हैं सभी हजरत इब्राहीम, हजरत हाजरा और हजरत इस्माइल से संबंधित हैं। हज और बकरीद का एक-एक अरकान हजरत इब्राहीम को श्रद्धांजलि देना है |

गूंजने लगेगीं शहनाइयाँ

गत चार माह से देव शयन के कारण बंद बैंड-बाजों की धुन बुधवार से एक बार फिर गूंजने शुरू हो जायेगी । देवउठनी एकादशी के अनबूझ सावे पर पर शहर में शादियों की धूम रहेगी । तुलसी-सालिगराम के विवाह भी होंगे। लोगों ने सावों के सीजन को देखते हुए पंडित, धर्मशाला , हलवाई, कैटरिंग,  घोड़ी, बैंड बाजे  व गाडियों की पहले से ही बुकिंग कर ली ताकि समय पर किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। जो लोग रह  गए उन्हें मुहमांगी कीमत के बाद भी पंडित, घोडी, बाजे और नहीं मिल पा रहे  हैं। यहां तक क़ि धर्मशालाओं में भी जगह नहीं है। पंडितों के अनुसार सबसे ज्यादा शादी-ब्याह देव उठनी एकादशी पर होते हैं , इसको देखते हुए शहर में धर्मशालाओं में रौनक है। फूल विक्रेताओं ऩे बताया एकाएक बड़ी मांग के कारण गुलाब के फूलों के दामों में पांच गुना वृद्धि हुई है। इसके चलते गजरा 150-300 रूपए तक बिक रहा है। शादियों के सीजन के चलते बाजारों में विभिन्न प्रकार की डिजाइनर साफा-शेरवानी की रेंज उतारी गई है। शेरवानी को नया लुक देने के लिए डायमंड व बारीक कशीदाकारी की गई है, जिसे काफी पसंद किया जा रहा है। लड़कियां शादी के समय लाल रंग की भारी साड़ी पहनना पसंद करती हैं। बाहर जाने वाली बारातों की गाडियों के आगे व पीछे वर-वधू के नाम आकर्षक ढंग से लिखवाने का चलन भी इन दिनों जोर पकड़ रहा है। 

Tuesday, November 16, 2010

गोपाष्टमी पर्व मनाया

नगर  में पिंजरापोल गौशाला व कामधेनु गौशाला में गोपाष्टमी पर्व जोर शोर से मनाया गया | कामधेनु गौशाला में इस अवसर पर श्री बुधगीरी जी की  मढ़ी के पीठाधीश्वर महंत श्री दिनेश गिरि जी महाराज ने गौपूजा की तथा श्री कामधेनु वाणी स्मारिका 2010 का विमोचन किया | मंडावा रोड पर पिंजरापोल गौशाला में भी गोपाशाश्तामी पर्व समारोह पुर्वक मनाया गया | इस अवसर पर शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे तथा गौ भक्तो का दिनभर ताता लगा रहा गाय की पूजा की गई तथा गो परिक्रमा की गई ! 

Monday, November 15, 2010

किसानों को राहत, प्रशासन की आफत

शेखावाटी अंचल में पिछले तीन दिन से जारी बिन मौसम की बरसात के दौर के बीच रविवार रात फतेहपुर में तेज अंधड़ (सूंटे) के साथ सवा घंटे आई भारी बरसात और ओलों ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। अंधड़ के कारण दर्जनों पेड़ और बिजली के पोल धराशायी हो गए। आसपास के गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। सैकड़ों पक्षी काल कवलित हो गए। कस्बे के रास्ते दरिया बन गए। 
कस्बे में रात आठ बजे आठ मिनट के लिए आए अंधड़ ने फतेहपुर क्षेत्र के 20 किलोमीटर क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचाया। गनीमत यह रही कि इससे कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन पेड़ गिरने से दर्जन भर से अधिक बिजली के पोल टूट गए। अंधड़ के बाद आई करीब डेढ़ घंटे तक चली बरसात और चने के आकार के ओलो से कस्बे के बस स्टैंड क्षेत्र सहित मंडावा रोड, गहणिया मंदिर, बूबना आई अस्पताल तक दो-दो फीट पानी भरने से सड़कें दरिया बन गईं और तमाम दावों के बावजूद प्रशासन एक बार फिर असहाय नजर आया जबकि रबी की फसल की अच्छी बुवाई की आशा में किसानों के चेहरों पर रौनक नजर आई | 

Sunday, November 14, 2010

आसमान से बरसा माता का आशीर्वाद



श्री चतुर्भज माताजी के मेले के पहले ही दिन माँ ऩे प्रसन्न होकर आसमान से बारिश के रूप में आशीर्वाद बरसाया | माता का  तीसरा वार्षिक मेला शनिवार को शुरू हुआ। दो दिवसीय मेले में पहले दिन शनिवार को माताजी की शोभायात्रा निकाली गई जो प्रमुख मार्गों से होती हुई श्री चतुर्भजा माताजी के मंदिर पहुंची। मेले में मां चतुर्भुजा  के चारों रूपों की भव्य झांकी सजाई गई। पूरे रास्ते मां के भक्त भजनों पर नाच गा रहे थे। विशाल मेले में ऊँट, घोड़ों सहित अनेक मनोहारी झांकियां थी | माता के अनेक भक्त गले में लाल दुपट्टा लटकाए पूरे रास्ते भजनों से माता को रिझाने की कोशिश करते हुए झूम रहे थे |  शोभा यात्रा समाप्त होने पर ऐसा लगा जैसे भक्त माँ को खुश करने में सफल हो गए हैं, अचानक  दोपहर बाद बदरा घिर आये और बिन मौसम की बरसात ऩे माहौल खुशनुमा बना दिया | मेला रविवार तक चलेगा, मेले में कोलकाता, रानीगंज, मुंबई, हरियाणा व बिहार सहित अनेक स्थानों से बाजोरिया, गनेड़ीवाल और पंसारी गौत्रीय अग्रवाल अप्रवासी आए हैं जो अपनी कुलदेवी को धोक लगाएंगे।

Friday, November 12, 2010

मौके पर ही किया समस्याओं का समाधान

प्रशासन गाँवों के संग शिविर में यहाँ अधिकारियों ऩे अनेक ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण कर दिया | ग्राम रोल साहबसर में शिविर में विधायक भंवरु खां सहित अनेक आला अधिकारी मौजूद थे | हालांकि मूख्य सचिव श्री एस अहमद काफी देरी से पहुंचे लेकिन उन्होंने आते ही अन्य क्षेत्रों में आयोजित शिविरों का हवाला देते हुए ग्रामीणों से माफी मांग ली | जब तक सचिव मौके पर पहुंचे तब तक अधिकाँश भीड़ छंट चुकी थी किन्तु अनेक ग्रामीण शिविर से लाभान्वित नजर आये | शिविर प्रभारी ऩे बताया क़ि मुख्य मंत्री खुद शिविर में होने वाले कार्यों पर नजर रखे हुए है ऎसे में अधिकारियों की किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

हवाएं होने लगी बर्फानी

देश के दक्षिणी-पश्चिमी भाग में आए चक्रवात का असर गुरूवार को शेखावाटी अंचल में भी नजर आया। हालांकि पिछले दो दिन से बादल छाए हुए थे, लेकिन गुरूवार को अंचल के अनेक स्थानों पर बरसात हुई। बरसात से किसानों में उत्साह की लहर दौड़ गई है और रबी की शुरूआत में बरसती बूंदें फसलों के लिए "जन्म घुट्टी" का काम कर गई। चूरू जिले के सुजानगढ़ व नागौर जिले के लाडनूं कस्बे में दोपहर करीब एक घंटे तक तेज बरसात होने से सड़कों पर एक से दो फीट तक पानी भर गया। सीकर, गणेश्वर, लक्ष्मणगढ़, नाथावतपुरा, बेरी और खण्डेला में शाम को बरसात हुई। सीकर में शाम साढ़े पांच बजे अचानक बरसात शुरू हो गयी और अच्छी बरसात हुई। निकटवर्ती नवलगढ़ में भी बारिश हुई। फतेहपुर में हालांकि बरसात नहीं हुयी पर देर शाम आस पास के इलाकों की बरसात का असर दिखा और हवाओं में ठंडक महसूस की गयी | मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात का असर 14 नवम्बर तक रहेगा।

Wednesday, November 10, 2010

श्री चतुर्भुजा माताजी का मेला 13 से

श्री चतुर्भुजा माताजी का तीसरा वार्षिकोत्सव मेला 13  नवंबर से भरेगा। आयोजक श्री चुतर्भुजा माताजी भक्तवृंद कोलकाता ने बताया कि गनेड़ीवाल और बाजोरिया अग्रवाल गोत्रियों की कुलदेवी श्री चतुर्भुजा माताजी के वार्षिकोत्सव का आयोजन श्री चतुर्भुजा माताजी के मंदिर में होगा। दो दिवसीय कार्यक्रम में शनिवार को माताजी की शोभायात्रा और मेला भरेगा। रविवार को दुर्गासप्तशती के पाठ, हवन, अखंड ज्योत, छप्पन भोग, श्री चतुर्भज माताजी के शृंगार सहित स्थानीय और कोलकाता के कलाकारों द्वारा भजन कीर्तन आदि का कार्यक्रम होगें। मेलें में कोलकाता, मुंबई, आसाम व मद्रास आदि क्षेत्रों से बाजोरिया और गनेड़ीवाल अग्रवाल गोत्रीय अप्रवासी आएंगे

राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए ट्रायल

  
रोलर स्केटिंग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए खिलाडिय़ों का चयन निमावत पब्लिक स्कूल में मंगलवार को पूरा हुआ। प्रतियोगिता के पर्यवेक्षक भागीरथमल महिचा ने बताया कि दिल्ली में होने वाली शिक्षा विभाग की 56 वीं राष्ट्रीय रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता के लिए दो दिवसीय सलेक्शन ट्रायल निमावत स्कूल में हुई। इसमें 11 ,14 ,17  और 19 वर्ष आयु वर्ग के छात्र -छात्राओं की ट्रायल में 29 छात्रों और 8 छात्राओं ने भाग लिया। चयन के समय  खेलकूद एवं शिक्षा विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उपस्थित अधिकारियों  ने स्कूल में खेलकूद सुविधाओं की जानकारी ली तथा निकटवर्ती विनायक इंटरनॅशनल एकेडमी का दौरा किया |  

नगरपालिका की बैठक सम्पन्न

नगरपालिका की साधारण सभा की पहली बैठक मंगलवार को नव निर्वाचित पालिकाध्यक्ष मधुसूदन भिंडा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सभी पार्षदों ने एजेंडे के सभी विषयों को ध्वनिमत से पारित कर एकजुटता दिखाई। अधिशासी अधिकारी पीरामल ने सभा का एजेंडा रखा। पार्षद मुश्ताक नजमी ने बिजली कार्यों को प्राथमिकता से हल करने का तथा पुरानी एनआईटी के आधार पर विकास कार्य करने के प्रस्ताव रखे। अजय पारीक ने आवारा पशुओं की समस्या रखी। रईस लुहार व अहमद बेहलीम आदि ने भी चर्चा में भाग लिया। बैठक की शुरुआत से पहले सदस्यों ने अपना परिचय दिया। 

पालिकाध्यक्ष ने सदन को आश्वासन दिया कि जनहित में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कस्बे के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया जाएगा। उन्होंने सदस्यों से मिलकर काम करने का आग्रह किया। साधारण सभा की बैठक अल्प समय के लिए ही चली और इसमें सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिए गए

Tuesday, November 9, 2010

सब्जियों के "राजा" की चढ़ी त्यौरियाँ

सब्जियों के "राजा" आलू की त्यौरियां अभी तक चढ़ी हुई हैं और आम उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ रहा है। हमेशा दीपावली के समय से आलू के भावों में कमी आ जाती थी, लेकिन इस बार ऎसा नहीं हुआ। जानकारों के अनुसार पंजाब से आने वाले नए आलू की इस बार बाजार में आवक शुरू नहीं हुई है। इस कारण आलू राजा के भाव चढ़े हुए हैं और आवक आधी रह गई है। हालांकि गत एक माह से आलू के भाव लगभग स्थिर चल रहे हैं, लेकिन हमेशा की तरह इस बार भाव कम नहीं हुए। 

पिछले वर्ष दीपावली के समय आलू के खुदरा भाव 5 से 6 रूपए प्रति किलो थे, जबकि इस बार भाव 10 से 15 रूपए प्रतिकिलो हैं। वहीं पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार आवक भी आधी रह गई है। शेखावाटी अंचल में एक पखवाड़े बाद पंजाब से नए आलू की आवक शुरू होगी। इसके साथ ही आलू के भाव में गिरावट आ जाएगी। इस वर्ष पंजाब में आलू की बुवाई देरी से हुई थी। 

आमतौर पर दीपावली के समय पंजाब से नए आलू की आवक शुरू हो जाती थी। आवक के साथ ही भाव गिर जाते थे, लेकिन इस वर्ष पंजाब में समय पर बरसात नहीं होने से आलू की बुवाई प्रभावित हुई और दीपावली के समय आलू नहीं आ पाया। वहीं उत्तर प्रदेश में आलू की पकी फसल पर अतिवृष्टि हो जाने से उत्पादन प्रभावित हो गया। नतीजतन उत्पादन गिरने से भाव बढ़ गए और खपत में गिरावट आई है।

Monday, November 8, 2010

दस्तक देने लगी सर्दी

दीपावली के बाद शेखावाटी अंचल में सर्दी की रंगत बढ़ गई है। पिछले दिनों तक सुबह-शाम पड़ने वाली गुलाबी सर्दी अब अंचलवासियों को कुछ-कुछ कंपकंपाने लगी है। हालांकि सर्दी का जोर सूरज ढलने के बाद ही नजर आता है और गहराती रात में बढ़ जाती है। 

सर्दी बढ़ने से लोगों की दिनचर्या पर भी प्रभाव पड़ा है। शहरवासी जल्दी ही घर चले जाते हैं और उन्हें देर तक सोना सुहाने लगा है। नहाने के लिए गर्म पानी की मांग होने लगी है। दिनचर्या के साथ खान-पान पर भी असर पड़ा है। लोग अब ठंडे खाद्य व पेय पदार्थ से परहेज करने लगे हैं। घर-घर में गर्मा-गर्म खाद्य पदार्थो की मांग बढ़ गई है।

मौसम विज्ञों के अनुसार हवा के रुख ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। क्योंकि उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम हवा का प्रभाव बढ़ने लगा है।इसका असर यह हुआ कि सूर्य किरणों सीधी के बजाय तिरछी पड़ने लगी हैं, जिससे कोहरे के साथ-साथ छींटों की संभावना बढ़ गई है। अमूमन गर्मी में दक्षिण-पश्चिम की तरफ बहने वाली हवा का सूर्य की किरण सीधे पड़ने से प्रभाव क्षेत्र सिकुड़ जाता है। लेकिन, सूर्य किरण दक्षिण की ओर पड़ने से तापमान गिरने लगा है। फतेहपुर कृषि विज्ञान केंद्र के डा. सहदेवसिंह बताते हैं इस हवा का असर ज्यादा होने से रात को नमी बढ़ रही है, जिसका असर कोहरे के तौर पर देखने को मिल सकता है।

Saturday, November 6, 2010

रोशन हुआ हर घर आँगन

दीपमालिका के अनूठे पर्व पर हर ओर उल्लास और खुशी की बयार बहती नजर आई हर मुंडेर दीपमालाओं से सजी नजर आई । घर का कोना-कोना दीपक की लौ से जगमगाया, महालक्ष्मी के स्वागत में खुशियों की फुलझडिया झिलमिलायी और चेहरों पर मुस्कुराहटों की चमक दिखी । महालक्ष्मी की आराधना के लिए शहर दुल्हन की तरह सजा और घर-घर में लक्ष्मी की आवाभगत के लिए विशेष सजावट की गई। 
महालक्ष्मी पर्व पर घर आंगन को सजा कर लोग लक्ष्मी के आगमन के लिए पलक पावड़े बिछाये । इस मौके पर बच्चे व युवा वर्ग पटाखे छोड़ कर खुशियां मनायी । घरों में पकवान बनाकर लोग एक दूसरे के गले मिले तथा बड़ों से आशीर्वाद लिया। इस बार मानसून की मेहरबानी के कारण देहात में दीपावली के प्रति खासा उत्साह नजर आया । 
बाजार में लक्ष्मीजी का पाना, चांदी के नोट, लक्ष्मी और गणेशजी के चांदी के सिक्के, पूजा की थाली, दीपक, रूई, रोली, मोली, चावल, लौंग, सुपारी, पान, इलायची, अगरबत्ती, मिट्टी का कलश, सीता फल, बेर, शकरकंदी, खील, पताशे और गन्नों की बिक्री में तेजी रही। 

Thursday, November 4, 2010

दीवाली की धूम

धन के देवता कुबेर और महालक्ष्मी को घर लाने के लिए बुधवार को पूरा बाजार चमका और खुशियों के त्योहार दीपोत्सव की शुरुआत के साथ स्वास्थ्य के प्रतीक भगवान धन्वंतरि दिवस, यानि धनतेरस पर पूरा शहर जश्न के माहौल में डूबा रहा। 14 साल बाद आए बुधवार और धनतेरस के शुभ संयोग पर खरीदारी में लोग पीछे नहीं रहे। खरीदारों से बाजार देर रात तक अटे रहे और देर रात तक रोशनी जगमगाती रही। बुधवार होने की वजह से लोगों ने गणोश भगवान की पूजा-अर्चना कर खरीदारी की और व्यापारियों ने नए व्यापार की शुरुआत की।

बुधवार और धनतेरस का ऐसा संयोग अब 30 अक्टूबर 2024 में आएगा। शाम को घरों में यम दीया जलाकर सुख-समृद्धि की कामना की गई। वैसे तो धनतेरस पर बर्तन खरीदने का रिवाज रहा है, लेकिन शुभ मुहूर्त में नई कार, बाइक और स्कूटी के अलावा फ्रिज, एलसीडी, होम थिएटर, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, लैपटॉप, कैमरा, मोबाइल खरीदने वालों की भी बाजार में जबरदस्त भीड़ उमड़ी। वहीं सोने-चांदी के ज्वैलरी और सिक्के खरीदने वाले भी बाजार में जुटे

सज-धजकर महिलाओं व युवतियों ने तिल का तेल युक्त दीपक जला गंध, पुष्प व अक्षत से पूजन कर दक्षिण में मुख करके यम से प्रार्थना की। इस दौरान बच्चों व बड़ों ने फुलझडियां व पटाखे भी छुड़ाए। सड़कों पर वाहनों की भीड़ के बीच यातायात कई बार बाधित हुआ। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में शाम को तेरह दीपक जलाकर कुबेर की पूजा की गई। देवालयों में प्रभु के समक्ष दीपक जला परिवार की खुशहाली की कामना की।

Tuesday, November 2, 2010

दीवाली पर मिठाइयों से तौबा

दीपावली से पहले मावे में लगातार हो रही मिलावट को देखते हुए लोगों ने मावा निर्मित मिठाइयों से तौबा कर ली है। अब मावे की बर्फी के खरीददार न के बराबर रह गए हैं। उल्लेखनीय है कि दीपावली से पखवारे भर पहले बाजार में मावे के दाम आसमान पर पहुंच जाते है। इस साल भी कुछ वैसे ही चल रहा था, लेकिन तीन चार दिनों से लगातार विभिन्न स्थानों पर नकली मावे बरामद किए गए है। इस खुलासे के बाद लोगों ने मावा निर्मित मिठाईयों से तौबा कर ली है। यही वजह है कि जहां बीते साल दीपावली तक मावा करीब दो सौ रूपए प्रति किलो तक बिका था वहीं इस साल धनतेरस के एक दिन पहले तक मावा 120 से 130 रूपए प्रतिकिलो बिक रहा है। जबकि दो माह पहले मावे के दाम 140 रूपए से 160 रूपए प्रतिकिलो थे। वहीं, बेसन से बनी मिठाईयों की मांग बाजार में बढ़ती जा रही है और डूंगरगढ़ व बीकानेर से आने वाले मावे की मांग नाम मात्र की हो गयी है | गौर तलब है क़ि स्वास्थ्य एवं खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कार्रवाई ने दीपावली के ठीक पहले समूचे प्रदेश में अनेक स्थानों पर बड़ी तादाद में नकली मावा पकड़ा है। इसी के साथ कई स्थानों पर महीनों पुराना, सड़ा हुआ मावा भी जब्त किया गया है। इस वजह से धनतेरस के नजदीक आने के बाद भी बाजार में मावे की मांग नहीं बनी है।

Monday, November 1, 2010

मिनी धन तेरस बना पुष्य नक्षत्र

30 साल बाद शनिवार का दिन, मित्र योग, अष्टमी तिथि व पुष्य नक्षत्र का संयोग मार्केट के लिए दिव्य योग बनकर आया। शनि पुष्य नक्षत्र के महायोग पर बाजार में खरीदारी का बूम रहा। महिलाओं में ज्वैलरी के प्रति उत्सुकता थी तो युवाओं ने कपड़ों, ऑटोमोबाइल व इलेक्ट्रोनिक्स की तरफ रुख किया। दुकानदारों की मानें तो ‘मिनी धनतेरस’ पर लोगों में जबरदस्त उत्साह रहा। जिलेभर में ज्वैलरी, इलेक्ट्रोनिक्स, ऑटोमोबाइल, गारमेंट सहित अन्य में अच्छी बिक्री होने का अनुमान है। पुष्य नक्षत्र की खरीदारी को देखते हुए तीन नवंबर की धनतेरस पर उम्मीदें दोगुनी हो गई हैं। सोने-चांदी के भावों में एक हजार रुपए तक की बढ़ोतरी के बावजूद ज्वैलरी मार्केट में तेजी देखी गई। इलेक्ट्रोनिक्स व ऑटोमोबाइल में भी लोगों ने मुहूर्त के हिसाब से बुकिंग कराई और खुशियां घर पर लेकर पहुंचे। गारमेंट मार्केट में भी महिलाओं व लड़कियों ने कपड़ें खरीदे। मार्केट में कपड़ों की काफी रेंज आई हुई है। शनि पुष्य नक्षत्र पर शुरू हुआ खरीदारी का दौर दिवाली तक यूं ही जारी रहेगा। दुकानदारों का कहना है कि पुष्य नक्षत्र की खरीदारी को देखते हुए धनतेरस पर जबरदस्त खरीदारी होगी। तीन नवंबर की धनतेरस पर सबकी निगाहें टिक गई हैं। पुष्य नक्षत्र पर खरीदारी को देखते हुए शनिवार को सोने के भावों में 400 और चांदी के भाव एक हजार रुपए तेज हो गए। जेवराती सोना प्रति दस ग्राम 200 रुपए बढ़कर 18600 और फाइन गोल्ड 400 रुपए बढ़कर 19200 हो गया। इसी तरह चांदी एक हजार रुपए तेजी के साथ 37 हजार रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गई

विटामिन की दवा पिलाई

बच्चों को विटामिन की दवा पिलाने के अभियान का शनिवार को महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक ने बच्चे को दवा पिलाकर शुभारंभ किया। महिला एवं बाल विकास अधिकारी शहर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि शनिवार को कस्बे के वार्ड छह में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में शर्मा और पालिकाध्यक्ष मधुसूदन भिंडा ने अभियान शुरू किया। अभियान 30 नवंबर तक चलेगा। सीडीपीओ ग्रामीण प्रभुदयाल बारेठ, महिला पर्यवेक्षक शांता सोनी, सुभाष पारीक आदि भी थे।