शेखावाटी अंचल में सर्दी ने रंगत दिखानी शुरू कर दी है। अंचल में रात के समय कड़कड़ाने वाली सर्दी होने लगी है। बीते एक सप्ताह से तापमान में लगातार गिरावट का दौर चल रहा है। शनिवार को तापमापी का पारा 5 डिग्री से भी नीचे आ टिका है। यह तापमान इस मौसम का अब तक का सबसे कम है। शनिवार को अलसुबह की ठंडक ने लोगों को ठिठुरा दिया। सूर्यदेव की दस्तक के बाद सर्दी का असर कुछ कम हुआ।
दिन में सूरज निकलने के बावजूद हवा में गलन बनी रही। शाम को सूरज ढलने के साथ ही सर्दी फिर रंगत पर आ गई। लोग जल्दी ही घरों की ओर रवानगी लेने लगे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तरादी हवाएं चलने से अंचल का तापमान गिरता जा रहा है। इसमें अभी और गिरावट की संभावना है।
इधर सर्द मौसम की दस्तक के साथ ही खान-पान बदल रहा है। गर्मागर्म भोजन देखते ही खाने का मन करने लगा है तो पौष्टिकता से भरपूर भोजन को प्राथमिकता दी जा रही है। सर्दी के मौसम में दाल-बाटी-चूरमा व हल्दी-रोटी व गाजर के हलवे की डिमांड बढ़ रही है। वहीं सर्दी में राहत देने वाले व्यंजनों की खरीदारी भी बाजार में बढ़ गई है। चिकित्सकों का कहना है कि यह मौसम सेहत बनाने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। वहीं खान-पान में काफी सावधानी बरतने की भी जरुरत है।
दिन में सूरज निकलने के बावजूद हवा में गलन बनी रही। शाम को सूरज ढलने के साथ ही सर्दी फिर रंगत पर आ गई। लोग जल्दी ही घरों की ओर रवानगी लेने लगे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तरादी हवाएं चलने से अंचल का तापमान गिरता जा रहा है। इसमें अभी और गिरावट की संभावना है।
इधर सर्द मौसम की दस्तक के साथ ही खान-पान बदल रहा है। गर्मागर्म भोजन देखते ही खाने का मन करने लगा है तो पौष्टिकता से भरपूर भोजन को प्राथमिकता दी जा रही है। सर्दी के मौसम में दाल-बाटी-चूरमा व हल्दी-रोटी व गाजर के हलवे की डिमांड बढ़ रही है। वहीं सर्दी में राहत देने वाले व्यंजनों की खरीदारी भी बाजार में बढ़ गई है। चिकित्सकों का कहना है कि यह मौसम सेहत बनाने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। वहीं खान-पान में काफी सावधानी बरतने की भी जरुरत है।
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