इस्लामी कैलेण्डर के महीने के पहले महीने मुहर्रम की सात तारीख को आलम सदा का जुलूस निकाला गया| पीर के रोजा के सज्जादानशीं पीर अमजद अली की रहनुमाई में चाँद के निशाँ के साथ कुलूस निकाला गया जो नगर के सभी प्रमुख मार्गों से होता हुआ शेख सुलतान की दरगाह तक पहुंचा | जुलूस में काफी जोश खरोश के साथ लोग ढोल ताशों पर मातमी धुन बजाकर इमाम हुसैन की शहादत को याद कर रहे थे| गणपति चौक में कौमी एकता मंच द्वारा पीर अमजद अली और जुलूस का स्वागत किया गया तथा लोगों को चबील पिलाई गयी | मंच के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ऩे पीर अमजद अली का माल्यार्पण कर शाल ओढाकर स्वागत किया
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