वर्ष 2011 का पहला अल्प खंडग्रास सूर्य ग्रहण 4 जनवरी कोभारतीय समयानुसार दोपहर 2:44 पर वृष लग्न, कुंभ नवमांश, धनु राशि, पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के द्वितीय चरण और ध्रुव योग में घटित होगा। ग्रहण शाम को लगभग 4:03 बजे समाप्त होगा। यह राजस्थान के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड में दिखाई देगा। देश में इस ग्रहण का ग्रास लगभग 19 प्रतिशत तक रहेगा। राजस्थान में इसका ग्रास 13 प्रतिशत से भी कम होगा। ग्रहण का सूतक 3 व 4 जनवरी की मध्यरात्रि को 2:38 बजे आरंभ हो जाएगा। ऐसी मान्यता है कि सूतक आरंभ होने से पूर्व पेय पदार्थ व खाद्य वस्तुओं में कुशातृण रखने से ये पदार्थ दूषित नहीं होते। ज्योतिषविद् जगदीश सोनी के मुताबिक ग्रहण शुक्र ग्रह के नक्षत्र पूर्वाषाढ़ और धनु राशि में घटित होने के कारण इस नक्षत्र और राशि के जातकों के लिए विशेष परेशानी वाला हो सकता है। शुक्र ग्रह से संबंधित वस्तुओं का कार्य करने वाले, बड़े बिल्डर, धनवान, फिल्म कलाकार और धर्म प्रचारकों के लिए ये सूर्य ग्रहण अशुभ रह सकता है। ग्रहण पौष मास में घटित होने के कारण अनाज आदि के भावों में तेजी संभावित है।
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