कड़ाकेकी सर्दी का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। ठंडीहवाओं से अब दिन भी सर्द हो रहे हैं। गुरुवार को मौसम का सबसे सर्द दिन रहा। शेखावाटीमें पारे में उतार चढ़ाव के बीच कड़ाके की ठंड बनी हुई है। दो डिग्री की गिरावट के बीच नश्तर सी सर्द हवाओं ने लोगों को कंपाया। बुधवार की तुलना गुरुवार को न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री की गिरावट के साथ एक बार फिर जीरो डिग्री पर पहुंच गया। दिन के तापमान में गिरावट और सर्द हवा के कारण धूप में ठिठुरन बनी रही। फतेहपुर मौसम केंद्र पर अधिकतम 18.2 न्यूनतम तापमान 0.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ओस बनने लगी बर्फ से किसान चिंतित हैं : सर्दीका असर बढ़ने और कई जगह फसलों पर बर्फ जमने से किसानों की चिंताएं बढ़ गई है।
मौसम विज्ञों का कहना है कि उत्तरी भारत में इन दिनों पड़ रही सर्दी और अगले तीन महीने के हालात पर उन्होंने कहा कि प्रदूषण ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। औसत तामपान बढ़ रहा है, विजिबिलिटी कम होती जा रही है और न्यूनतम तापमान लंबे समय बरकरार नहीं रहता। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों से ऐसा बदलाव देखा जा रहा है, जो इस बार भी सर्दियों में उत्तर भारत के मामले में लागू हाेगा।
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