दूजोद, काशी का बास, मूंडवाड़ा, कटराथल, गोकुलपुरा, पिपराली, चला, रींगस, नीमकाथाना, श्रीमाधोपुर, पलसाना, रींगस क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के अरमान बुधवार तक जहां-तहां पड़े थे। ओलावृष्टि के 16 घंटे बाद दोपहर एक बजे तक खेतों में ओलों की परत जमी हुई थी। ओलावृ़ष्टि की वजह से गेहूं, जौ, प्याज व सरसों की फसल कई जगह पूरी तरह नष्ट हो गई है। फसलों के साथ सपने टूटने से बचने को किसान घर से खेत, गांव की चौपाल और प्रशासनिक अधिकारियों के पास मुआवजे के लिए चक्कर काटते नजर आए। मौसम की मार के बाद किसान कलेक्टर ऑफिस तक पहुंच गए। इधर, कलेक्टर सहित प्रशासनिक अधिकारी भी खेतों में दौड़ लगाते रहे। कृषि विभाग ने प्राथमिक सर्वे में माना है कि अधिकतर खेतों में 80 से 90 फीसदी फसलें नष्ट हो चुकी हैं | प्रशासन ने भी अधिकारियों की नियुक्ति की है जिन्होंने कल दिन भर खेतों में हुए नुकसान का जायजा लिया | |
Thursday, February 17, 2011
शेखावाटी के किसानों पर बरसी ओलों की मार
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