शेखावाटी के भित्ति चित्र, बीकानेर की केमल सफारी, जोधपुर की लस्सी और जयपुर की ज्वैलरी जैसी राजस्थानी खासियत यूरोप के सुनहरे परदे पर उतरेंगी। यूरोपियन को राजस्थानी परंपराओं, विरासत और टूरिस्ट प्वाइंट्स से वाकिफ कराने के मकसद से फ्रांसिस चैनल फ्रांस फाइव की टीम ने इन जगहों की विशेष चीजों की शूटिंग कर ली है। दो अप्रैल को फ्रांस में प्रसारण के साथ इसकी शुरुआत होगी। पिछले दिनों राजस्थान पहुंचे इस चैनल के डेविड मार्गन व लारेंट ग्रेसिया आदि ने जयपुर से शूटिंग की शुरुआत की, जहां ज्वैलरी, स्टोन जैसी खूबियों से जान-पहचान करने के बाद जोधपुर, बीकानेर का दौरा किया। जोधपुर की शाही विरासत के अलावा लस्सी व अन्य खानपान को फिल्म के लिए शामिल किया है। बीकानेर की केमल सफारी रास आने के बाद ओपन आर्ट गैलरी शेखावाटी पहुंचे। यहां फतेहपुर, मंडावा, डूंडलोद, नवलगढ़ व रामगढ़ शेखावाटी आदि जगहों की हवेलियों के भित्ति चित्रों, लोक संस्कृति को वीडियो कैमरे में रिकार्ड किया। डॉक्यूमेंट्री फिल्म से जुड़े डेविड मार्गन शेखावाटी की पेंटिंग्स से काफी प्रभावित हुए। बताते हैं, शेखावाटी जैसी पेंटिंग्स का अनमोल खजाना कभी नहीं देखा। इससे जाहिर होता है कि दो चार सौ साल पहले ही यहां के लोग कला संपन्न हो गए थे और भित्ति चित्रों का सुनहरा संसार बसा लिया। उन्होंने बताया कि राजस्थान के लोक कला वैभव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखाने और फ्रांस व अन्य देशों के लोगों को बेहतर टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर बताने के मकसद से यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जा रही है। फ्रांसिस चैनल की टीम के साथ रहे दुभाषिए चित्तौडग़ढ़ के दुर्गेश जोशी का कहना है कि इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म के प्रसारित होने के बाद राजस्थान के प्रति यूरोपियन का ज्यादा रुझान बढऩे की उम्मीद है।
''यूरोप में मचेगी धूम राजस्थानी शान औ शौकत की'' पढकर बहुत अच्छा लगा, हम सब को राजस्थान पर गर्व होना चाहिए !
ReplyDeleteजय राजस्थान