त्रिवेणीभवन में आयोजित समारोह में साहित्यकार ताऊ शेखावाटी और श्याम महर्षि को श्री सरस्वती सेवा सम्मान से नवाजा गया। साहित्य संसद अध्यक्ष शिशुपाल सिंह नारसरा ने बताया कि साहित्य संसद, श्री सरस्वती पुस्तकालय और धानुका ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में वर्ष 2014 के लिए राजस्थानी एवं अवध के साहित्यकार ताऊ शेखावाटी सवाईमाधोपुर तथा 2015 का पुरस्कार राजस्थान भाषा साहित्य के विद्वान एवं राजस्थान भाषा साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष श्याम महर्षि श्रीडूंगरगढ़ को दिया गया। समारोह की अध्यक्षता साहित्यकार भंवरसिंह सामौर चूरू ने की। मुख्य अतिथि साहित्यकार डॉ. किरण नाहटा डॉ. मदन सैनी कांताप्रसाद मोर आदि विशिष्ट अतिथि थे। त्रिवेणी भवन में आयोजित समारोह में दोनों पुरस्कार विजेताओं को 21 हजार रुपए, रजत पदक, प्रशस्ति पत्र और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
साहित्यकारनरेंद्र कुमार धानुका द्वारा लिखित आत्मकथा मां की गोद से गंगा की लहरों तक, डॉ. सु़नीता अग्रवाल धानुका की कृति संत कवियों की जीवन गाथा, नलिन सराफ मुंबई की पुस्तक अजब दीवाने पुस्तक तथा डॉ. रामकुमार धोटड़ सादुलपुर की लघुकथा संग्रह दर्पण के उस पार का विमोचन साहित्यकार डॉ. गोरधन सिंह शेखावत सहित ने किया। समारोहमें सभी साहित्यकारों ने राजस्थानी भाषा के राजभाषा नहीं बनने और मान्यता नहीं मिलने पर चिंता व्यक्त की। आयोजकनरेंद्र कुमार धानुका चेरिटेबल ट्रस्ट के नरेंद्र धानुका को सम्मानित किया। प्रयास संस्थान चूरू, साहित्य संसद फतेहपुर, साहित्य संसद मंडावा, शारदा सदन वाचनालय लक्ष्मणगढ़, साहित्य समिति राजगढ़ ने धानुका को सम्मानित किया।
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