सावन के सूखे स्वागत क बाद जहां अंचल के अन्य इलाको में इंद्र देव की मेहरबानी प्रारम्भ हो गयी वहीं फतेहपुर की धरा अभी भी बारिश से अछूती है । हड्डियां तक गला देने वाली गर्मी में सावन के आने के साथ नगर वासियों को बारिश की आस बंधी थी लेकिन मेघो की बेरुखी के चलते अभी भी सूर्य देव का प्रकोप जारी है । उधर बारिश को तकते किसानो ने बुवाई की पूरी तैयारी कर रखी है लेकिन जैसे जैसे मानसून में विलम्ब बढ़ रहा है वैसे वैसे किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीरें भी बढ़ती जा रही है । उल्लेखनीय है कि इस साल गुवार के आसमान छूते भावो के कारण लगभग 80 प्रतिशत किसानो ने गुवार की बिजाई करने का मानस बना रखा है और ऊंचे भावों में बीज भी खरीद लिए है लेकिन मानसून की बेरुखी के चलते किसानो की चिंता बढ़ता जा रही है ।
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