प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी नगर आराध्य देव भगवान श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर में श्रावणी तीजोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार से हिंडोले शुरू होंगे।
हिंडोलो की तैयारी में समस्त मंदिर को सजाया जा रहा है तथा ठाकुर जी की झाँकियो की तैयारी का जा रही है । श्रावण शुक्ला एकादशी
से पूर्णिमा तक मंदिर में हिंडोले भरेंगे।
Monday, July 30, 2012
स्काउट अधिवेशन
राजस्थान राज्य स्काउट गाइड की स्थानीय संघ का दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन आगामी 30
जुलाई सोमवार से प्रिंस उमावि में होगा। अधिवेशन में स्काउटर, गाइडर, सभी प्रभारी, सहायक जिला कमिश्नर आदि
भाग लेंगे। अधिवेशन में संघ का प्रतिवेदन, वर्ष पर्यन्त गतिविधियों व बजट
आदि पर चर्चा होगी। इस दौरान संघ परिषद के गठन के लिए चुनाव प्रक्रिया भी
शुरू होगी।
पंचायत समिति की साधारण बैठक
पंचायत
समिति की साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को प्रधान पतासी देवी की अध्यक्षता
में संपन्न हुई । बीडीओ ने जानकारी दी कि बैठक में
बिजली, पानी के मुद्दे पर चर्चा की गई। जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र में इस
वर्ष कम हुई बारिश पर चिंता जताई एवं पशुओं के लिए चारा पानी की व्यवस्थाओं
पर चर्चा की। बीडीओ ने सदन में जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे
ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों की सूची उपलब्ध करवाएं, जिससे उनके
प्रशिक्षण हेतू सूची रा'य सरकार को भिजवाई जा सके। बैठक में ग्रामीण
क्षेत्र में बनने वाले नए राशन कार्डों की जानकारी दी गई। बैठक में
जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
गलियों में अन्चेरा
नगरपालिका
की लापरवाही के कारण कस्बे में गलियों में अंधेरा छाया है। कस्बे के
प्रमुख मार्गोँ, गलियों में अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब या टूटी हुई
है,जिसके कारण अंधेरा छाया हुआ है। अंधेरे के कारण रात्रि में लोगों को
भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कई मोहल्लों में तो दस-पंद्रह दिन
से अंधेरा छाया है। गलियों में लाइट नहीं होने से मोहल्लेवासियों में रोष
है
Saturday, July 28, 2012
मैला लगाकर रुपये उडाये
बैंक से रुपए निकलवाकर गांव जा रहे पूर्व सैनिक के मैला लगाकर सवा दो लाख रुपए पार कर दिए गए। वारदात कस्बे के बावड़ी स्टैंड पर बस में उस वक्त हुई जब मैला धोने के लिए वह थैला बस की सीट पर रखकर प्याऊ पर चला गया। बस में बैठी सवारियों के मुताबिक थैले को करीब नौ साल के बच्चे ने पार किया है। उल्लेखनीय है कि जिले में मैला लगाकर रुपए पार करने की पांच दिन में दूसरी घटना है। जेठवा के बास का सेवानिवृत सैनिक भंवरलाल जेठू बुधवार सुबह बैंक से रुपए निकलवाने के लिए फतेहपुर आया था।सुबह 11 बजे उसने एसबीबीजे बैंक से अपने दो अलग अलग खातों से 1.5 लाख व 75 हजार रुपए निकाले।बैंक से निकलकर उसने रास्ते में चीनी, आम आदि खरीदे। करीब सवा बारह बजे बावड़ी गेट से अपने गांव जाने वाली बस में बैठने लगा। इसी दौरान एक सवारी ने भंवरलाल को बताया कि पीछे कपड़ों पर कुछ मैला लगा हुआ है।इस पर भंवरलाल ने रुपए वाला थैला बस की सीट पर रख दिया। बस से वापस नीचे उतरकर प्याऊ से अपनी कमीज साफ करने लगा। करीब तीन मिनट बाद जब वापस सीट पर पहुंचा तो थैला गायब मिला। इधर उधर देखने पर कोई नहीं मिला तो घटना की सूचना पुलिस को दी।
कालेज प्रशासन ने फीस कम की
चमडिय़ा
कॉलेज में फीस वृद्धि के विरोध में छात्र संघर्ष समिति की हड़ताल बुधवार को
फीस कम करने पर समाप्त कर दी गई। छात्र संघर्ष समिति व कॉलेज प्रशासन के
बीच कोतवाल नरेंद्र सिंह की मध्यस्थता में हुई वार्ता में कॉलेज प्रशासन ने
600 रुपए फीस कम करने का फैसला किया। इससे पूर्व छात्रों ने
प्रबंधकों का पुतला फूंका तथा कालेज के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया था।
Friday, July 20, 2012
सूखा सावन लाया मंहगाई की सौगात
आधा सावन गुजरने के बाद भी बारिश को तरसाते मेघा अब आम आदमी की आँखों से आंसू निकलाने की तैयारी कर रहे है । अगर अब भी बरसात ने जोर नहीं दिखाया तो आने वाले दिन निश्चित ही आम आदमी को रोने पर मजबूर कर देंगे । देश में
सभी खाद्यान्न की कीमतों पर मानसून के देरी व जल्दी का सीधा प्रभाव पड़ता
है। वर्षा के आधार पर फसलों के उत्पादन का अनुमान लगाया जाता है। ऎसा माना
जा रहा है कि इस वर्ष मानसून की देरी ने गेहूं, दलहन व तिलहन का उत्पादन
प्रभावित कर दिया है।
मानसून के इस धोखे ने उन कृषि जिंसों के उत्पादन को भी प्रभावित कर
दिया है जो रोजमर्रा के खाने मे इस्तेमाल किए जाते हैं। प्रदेश समेत जिले
की विभिन्न मंडियों में दलहन के भाव तो अभी से ही आसमान पर पहुंच चुके हैं,
तिलहन और चीनी ने भी आंख दिखा दी है। मूंग के दाम एक हफ्ते में ही 10 रूपए
किलो तक उछल चुके हैं। यहीं हाल उड़द, मोठ, चना और चौला का भी हो
रहा है। सरसों सीड में तेजी के कारण पिछले एक सप्ताह में ही मूंगफली तेल के
भाव 10 रूपए, सोयाबीन तेल के भाव 15 रूपए और सरसों तेल के भाव 7 रूपए
प्रति किलो तक चढ़ चुके हैं। मानसून की देरी ने मिठास ने भी कड़वाहट घोल दी
है। जुलाई माह में ही इसके भाव 6 रूपए प्रति किलोग्राम तक चढ़ चुके हैं। पिछले एक सप्ताह में
ही खाद्य तेल के भाव 10 रूपए प्रति किलो तक उछल चुके हैं। पिछले साल
किसानों को सोयाबीन के अच्छे दाम मिले थे, लेकिन इस बार ऎसा नहीं है। मंडी
कारोबारियों की मानें तो दस दिन में मानसून का रंग नहीं दिखने पर भावों में
और तेजी का सामना करना पड़ेगा।
श्याम भक्तों को मेगा हाइवे की सौगात
बाबा श्याम भक्तों की राह और आसान हो गई है। बीओटी प्रोजेक्ट के तहत करीब
43 करोड़ की लागत से प्रस्तावित रींगस, श्रीमाधोपुर व खंडेला प्रोजेक्ट का
काम शुरू हो गया है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो आगामी मेले तक सड़क बनकर तैयार
हो जाएगी। मेगा हाईवे के पहले चरण में करीब 51 किमी रोड़ तैयार होगी। यह
सड़क खाटूश्यामजी से खंडेला तक बनेगी। इसी महीने दूसरे फेस में खंडेला से
झुंझुनूं का काम भी शुरू हो जाएगा। बीओटी प्रोजेक्ट के तहत रींगस में रोड
को समतल बनाने के लिए करीब एक मीटर की खुदाई की जा रही है। गौरतलब है कि
राजस्थान पत्रिका ने फाल्गुनी मेले के समय इस मार्ग की समस्या को प्रमुखता
से उठाया था। इसके बाद इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी गई है।
हाईवे के रख रखाव के लिए दो जगह टोल बूथ बनाया जाना प्रस्तावित है । पहला टोल बूथ रींगस व खाटूश्यामजी के बीच लाखनी गांव के आस पास बनेगा । वही दूसरा टोल श्रीमाधेापुर के आगे रलावता के पास बनना प्रस्तावित है। मेगा हाइवे रोड सात मीटर चौडी बननी है। वही रींगस में यह करीब डेढ किमी तक सीमेंट व कंक्रीट की होंगी। खाटू मोड पर सडक को समतल करने के लिए मशीनों से खुदाई शुरू हो गई है । सड़क करीब दस माह में बनकर तैयार हो जाएगी । हालांकि सड़क को खाटूश्यामजी के वार्षिक लक्खी मेले से पूर्व तैयार करने की कोशिश की जाएगी। मेगा हाइवे तैयार होने के बाद शेखावाटी के धार्मिक पर्यटन को मुख्य तौर पर फायदा मिलेगा। मेगा हाईवे के जरिए शेखावाटी भी हरियाणा से जुड जाएगा। शेखावाटी के सीकर व झुझुनू जिले मे मेगा हाइवे निकलने से रोजगार के साधनो में वृद्धि होंगी। वही गांव व कस्बे भी विकास की दौड़ में आगे आएंगे। अंचल के सालासर ,फतेहपुर ,शाकम्भरी ,लोहार्गल ,रींगस के भैरोजी व खाटूश्यामी सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर आना जाना आसान हो जाएगा।
हाईवे के रख रखाव के लिए दो जगह टोल बूथ बनाया जाना प्रस्तावित है । पहला टोल बूथ रींगस व खाटूश्यामजी के बीच लाखनी गांव के आस पास बनेगा । वही दूसरा टोल श्रीमाधेापुर के आगे रलावता के पास बनना प्रस्तावित है। मेगा हाइवे रोड सात मीटर चौडी बननी है। वही रींगस में यह करीब डेढ किमी तक सीमेंट व कंक्रीट की होंगी। खाटू मोड पर सडक को समतल करने के लिए मशीनों से खुदाई शुरू हो गई है । सड़क करीब दस माह में बनकर तैयार हो जाएगी । हालांकि सड़क को खाटूश्यामजी के वार्षिक लक्खी मेले से पूर्व तैयार करने की कोशिश की जाएगी। मेगा हाइवे तैयार होने के बाद शेखावाटी के धार्मिक पर्यटन को मुख्य तौर पर फायदा मिलेगा। मेगा हाईवे के जरिए शेखावाटी भी हरियाणा से जुड जाएगा। शेखावाटी के सीकर व झुझुनू जिले मे मेगा हाइवे निकलने से रोजगार के साधनो में वृद्धि होंगी। वही गांव व कस्बे भी विकास की दौड़ में आगे आएंगे। अंचल के सालासर ,फतेहपुर ,शाकम्भरी ,लोहार्गल ,रींगस के भैरोजी व खाटूश्यामी सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर आना जाना आसान हो जाएगा।
सरकार ने गुटखे पर लगाई रोक , आम जन ने किया स्वागत
सरकार ने बुधवार सुबह गुटखे पर पाबंद का ऎलान किया, वैसे ही आम आदमी ने सरकार के इस कदम का तहेदिल से स्वागत किया। लाखों की जिन्दगी तबाह करने वाले इस जहर की पाबंदी का समाचार सुनकर लोगों ने खुशी जाहिर की। आमजन ही नहीं धर्म गुरूओं ने भी सरकार के इस कदम को सराहनीय बताया। राज्य सरकार द्वारा गुटखे पर प्रतिबंध लगाने के फैसले के बाद कस्बे में गुटखा कारोबारियों के एक ही दिन में वारे न्यारे हो गए। व्यापारियों को राज्य में गुटखा बन्द के निर्णय की जैसे ही जानकारी मिली व्यापारियों ने कालाबाजारी शुरू कर दी। व्यापारियों ने तीन गुना से अधिक दर पर गुटखा बेचा। कस्बे में गुटखा के थोक व्यापारियों ने एक ही दिन में दस से पन्द्रह लाख रूपए का कारोबार कर लिया। कीमत को लेकर कई जगह उपभोक्ताओं की खुदरा व थोक विक्रेताओं के साथ बहस भी हुई। एक या दो रूपए के गुटखा की कीमत तीन व पांच रूपए में वसूली गई।
रोक के बावजूद सीकर शहर के कई गली-मोहल्लों में थड़ी व दुकानों के सामने गुटखे के पाउच टंगे हुए मिले। पाबंदी का फायदा उठाते हुए दुकानदारों ने एक रूपए में मिलने वाले गुटखे को तीन से चार रूपए में बेचा। इधर गुटखे के शौकीनों का सुबह से गुटखा खरीदने के लिए दुकानों पर जुटना शुरू हो गया। कुछ लोगों ने तीन से पांच सौ तक पुडिया एक साथ खरीद ली। ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानों में गुटखा खुलेआम बिकता दिखाई दिया।
रोक के बावजूद सीकर शहर के कई गली-मोहल्लों में थड़ी व दुकानों के सामने गुटखे के पाउच टंगे हुए मिले। पाबंदी का फायदा उठाते हुए दुकानदारों ने एक रूपए में मिलने वाले गुटखे को तीन से चार रूपए में बेचा। इधर गुटखे के शौकीनों का सुबह से गुटखा खरीदने के लिए दुकानों पर जुटना शुरू हो गया। कुछ लोगों ने तीन से पांच सौ तक पुडिया एक साथ खरीद ली। ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानों में गुटखा खुलेआम बिकता दिखाई दिया।
जाको राखे साइयां मार सके ना कोय
'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय' कहावत यहाँ फतेहपुर कस्बे में अक्षरशः सत्य चरितार्थ हुई । मृत मानकर जिस नवजात को मिट्टी में दफन कर दिया वह दो
दिन बाद फिर से जी उठा। घटना का पता लगते ही फतेहपुर कस्बे स्थित सुगनाराम
के घर लोगों की भीड़ लग गई। बच्चा जीवित मिलने पर परिवार के लोग उसे लेकर
अपनी आराध्य देवी के धोक दिलवाने गुड़गांव चले गए हैं। इसे कुदरत का करिश्मा कहें या महज दावा! लेकिन जिसने भी सुना अचंभित हुए
बिना नहीं रह सका।
परिजनों ने
बताया कि सुगनाराम की पत्नी संतोष ने रविवार रात कस्बे के धानुका अस्पताल
में बच्चे को जन्म दिया। सुबह अस्पताल से छुट्टी मिलने पर परिजन बच्चे को
उसकी मां के साथ ननिहाल बैजू पीरोथ की ढाणी ले गए। मंगलवार को बच्चे की
तबीयत खराब हुई तो फिर फतेहपुर लाया गया। यहां एक अस्पताल में चिकित्सक ने
बच्चे को सीकर रेफर कर दिया। रास्ते में ही बच्चे की सांसें थम गईं। इस पर
उसे दफना दिया गया था। उनकी 15 वर्षीय पोती
प्रियंका को बच्चे के जिंदा होने का आभास हुआ। पर किसी ने इस पर विश्वास
नहीं किया। बुधवार को भी उसने कई मर्तबा यह बात दोहराई भी। गुरूवार को
प्रियंका स्वयं बच्चे को दफनाने वाले स्थान पर चली गई और उसे बाहर निकाल घर
ले आई। उसकी दादी ने बच्चे को पानी भी पिलाया तो शरीर में हरकत आ गई।
बच्चे ने पानी पिया और शौच भी किया।
Monday, July 16, 2012
नहीं मिले बीज, किसान लौटे खाली हाथ
क्रय विक्रय सहकारी समिति कार्यालय में
गुरुवार को बीज लेने आए किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कृषि विभाग
के किसी भी कर्मचारी के नहीं आने से बीज वितरण का कार्य सुचारू रूप से
नहीं हो सका। दोपहर तक कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा, जिससे किसानों को बीज
नहीं मिल सके।
बीज वितरित कर रहे क्रय विक्रय सहकारी समिति के कर्मचारी का कहना था कि कृषि विभाग के कर्मचारी नहीं आने से किसानों का रजिस्ट्रेशन, रसीद काटने आदि कार्य नहीं हो सके। गुरुवार को उन्हीं किसानों को बीज आदि मिले जिन्होंने मंगलवार और बुधवार को कृषि विभाग के समक्ष अपने कागजात जमा करवा दिए थे। राजपुरा, भैरूपुरा, अठवास व बलारां आदि के कई किसानों ने बताया कि वे गत दो दिन से बीज के लिए परेशान हो रहे हैं। इस मामले में जब कृषि विभाग के रामकुमार से जानकारी चाही तो तो वे भी कृषि विभाग के कर्मचारी नहीं पहुंचने को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। एसडीएम फतेह मोहम्मद खान को जब मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने उपनिदेशक कृषि को कर्मचारी क्रय विक्रय सहकारी समिति कार्यालय पर भेज कर किसानों को बीज वितरित करवाए। दोपहर बाद कृषि विभाग के कर्मचारी वहां पहुंचे।
बीज वितरित कर रहे क्रय विक्रय सहकारी समिति के कर्मचारी का कहना था कि कृषि विभाग के कर्मचारी नहीं आने से किसानों का रजिस्ट्रेशन, रसीद काटने आदि कार्य नहीं हो सके। गुरुवार को उन्हीं किसानों को बीज आदि मिले जिन्होंने मंगलवार और बुधवार को कृषि विभाग के समक्ष अपने कागजात जमा करवा दिए थे। राजपुरा, भैरूपुरा, अठवास व बलारां आदि के कई किसानों ने बताया कि वे गत दो दिन से बीज के लिए परेशान हो रहे हैं। इस मामले में जब कृषि विभाग के रामकुमार से जानकारी चाही तो तो वे भी कृषि विभाग के कर्मचारी नहीं पहुंचने को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। एसडीएम फतेह मोहम्मद खान को जब मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने उपनिदेशक कृषि को कर्मचारी क्रय विक्रय सहकारी समिति कार्यालय पर भेज कर किसानों को बीज वितरित करवाए। दोपहर बाद कृषि विभाग के कर्मचारी वहां पहुंचे।
Friday, July 13, 2012
बारिश से भरा पानी
फतेहपुर में मानसून की पहली बरसात ने
ही पालिका प्रशासन के दावों की पोल खोल दी। रोडवेज बस स्टैण्ड, मण्डावा रोड़
सहित निचले मुख्य रास्तों में बारिश का पानी भर गया। जहां भीषण गर्मी व
उमस से त्रस्त आम जन पर बारिश की बूंदे बर्फ सी राहत लेकर बरसी वहीं पालिका प्रशासन के लिए तरह हमेशा की तरह एक दुस्वप्न बनकर आयी । बारिश के कारण कई जगह बिजली गुल हो गई।
जल भराव की समस्या हो गई। फतेहपुर
कृषि अनुसंधान केन्द्र पर अधिकतम तामपान 34.4 न्यूनतम तापमान 22 डिग्री
सेल्सियस रहा।
Monday, July 9, 2012
आखिर बरस ही गए बदरा
सावन का दूसरा सोंवार दिन उगने के साथ साथ नगर वासियों के बहु प्रतीक्षित इंतज़ार को समाप्त करते हुए बारिश की सौगात लेकर आया । सोमवार अल सुबह से ही आसमान में बादल छाए थे जो भोर का उजाला फ़ैलाने के साथ ही बरस पड़े । उल्लेखनीय है की यह बारिश कस्बे में मानसून की पहली बारिश है । इस बारिश के साथ जहां नगर वासियों को भयंकर गर्मी से राहत पाने की उम्मीद जगी है वहीं किसानों के मुरझाये चेहरे भी खिल उठे हैं ।
Sunday, July 8, 2012
दांतरू में स्कूल को लगाया ताला
उमावि
दातंरू में बोर्ड परीक्षाओं में खराब रिजल्ट रहनें पर ग्रामीणों ने बुधवार
को स्कूल के ताला लगा दिया तथा नारेबाजी की। ग्राम वासियों ने बताया कि इस वर्ष शिक्षकों की लापरवाही से स्कूल का परीक्षा परिणाम मात्र
२२ प्रतिशत रहा। बुधवार सुबह अनेक ग्रामीण राउमावि दातंरू में इकट्ठा हुए और स्कूल के
ताला लगा दिया तथा नारेबाजी की। ग्रामीणों ने जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूल
में व्याप्त अव्यवस्थाओ के खिलाफ ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में ग्रामीणों ने
प्रधानाचार्य एवं लिपिक पर लापरवाह कार्यशैली का आरोप लगाया। ग्रामीणों का
कहना था कि प्रधानाचार्य समय पर स्कूल नहीं आते। ज्ञापन में यह भी आरोप
लगाया गया है कि अंक तालिका के लिए विद्यार्थियों से पैसे लिए जा रहे हैं।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक प्रधानाध्यपक और लिपिक का स्थानातंरण
नहीं होता तब तक स्कूल पर तालाबंदी जा रहेगी। ज्ञापन की प्रतिलिपि
मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री के नाम भेजी गई है।
Saturday, July 7, 2012
अब आसमान में नहीं तो आँखों में नजर आयेगा पानी
सावन के सूखे स्वागत क बाद जहां अंचल के अन्य इलाको में इंद्र देव की मेहरबानी प्रारम्भ हो गयी वहीं फतेहपुर की धरा अभी भी बारिश से अछूती है । हड्डियां तक गला देने वाली गर्मी में सावन के आने के साथ नगर वासियों को बारिश की आस बंधी थी लेकिन मेघो की बेरुखी के चलते अभी भी सूर्य देव का प्रकोप जारी है । उधर बारिश को तकते किसानो ने बुवाई की पूरी तैयारी कर रखी है लेकिन जैसे जैसे मानसून में विलम्ब बढ़ रहा है वैसे वैसे किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीरें भी बढ़ती जा रही है । उल्लेखनीय है कि इस साल गुवार के आसमान छूते भावो के कारण लगभग 80 प्रतिशत किसानो ने गुवार की बिजाई करने का मानस बना रखा है और ऊंचे भावों में बीज भी खरीद लिए है लेकिन मानसून की बेरुखी के चलते किसानो की चिंता बढ़ता जा रही है ।
Thursday, July 5, 2012
गर्मी बनी जानलेवा
अंचल में कहर बरपा रही गर्मी अब जान लेवा साबित होने लगी है। भीषण गर्मी के चलते अंचल में बुधवार को
सीकर के तीन लोगों सहित सात की मौत हो गई। वहीं पांच लोग एसके अस्पताल में
भर्ती है । इनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
आसमान से बरसती आग के आगे गर्मी से बचाव के सारे इंतजाम बौने साबित हो रहे
हैं। भीषण गर्मी के आगे कूलर-पंखे बेअसर हो गए वहीं एसी हांफने लगे। हालत
यह है कि सूर्योदय के साथ ही गर्मी के तेवर शुरू हो जाते हैं। नौ बजे
टंकियों का पानी खौलने लगता है और दोपहर में सड़कें तंदूर की तरह तपने लगती
है।
Tuesday, July 3, 2012
अघोषित कटौती ने नहलाया
गर्मी के तीखे तेवरों के बीच शहर में अघोषित बिजली कटौती ने सोमवार को
आमजन को पसीने से नहला दिया । दिन भर टुकड़ो में हुई अघोषित बिजली कटौती ने लोगों को
पसीने से नहला दिया। इस दौरान उपभोक्ताओं ने विभाग कार्यालयों में फोन किया,
लेकिन कोई जवाब नहीं मिल सका। उपभोक्ताओं का आरोप है कि फोन रिसीव भी नहीं किया जाता है। विभाग का तर्क है कि आगे से कटौती होने के कारण अघोषित कटौती हुई है। उल्लेखनीय है की नगर में घोषित के
अलावा चार से पांच घंटे कटौती हुई है। शहरवासियों ने
अघोषित कटौती पर प्रशासनिक अधिकारियों को फोन कर शिकायत दर्ज कराई है।
घी के सैम्पल उठाये
खाद्य विभाग की टीम ने कस्बे में 11 थोक विक्रेताओं के यहां
कार्रवाई करते हुए घी के सैम्पल लिए। अधिकारी रतन गोदारा ने बताया कि
नयाबास गांव में पुलिस की ओर से पकडी गई नकली घी की फैक्टी के बाद शनिवार
को कस्बे की अनेक दुकानों पर कार्रवाई की गई।
सैम्पल जयपुर जांच के लिए भिजवाए जाएंगे। गोदारा ने बताया की शनिवार को कस्बे की थोक दुकानों से विभिन्न ब्रांडो के देशी घी के सैम्पल जांच के लिए लिए गए। कार्रवाई से दुकानदारों में हडकंप मच गया। उल्लेखनीय है कि सदर थाना पुलिस ने इलाके के नयाबास गांव में बुधवार नकली घी बनाने की फैक्टी पकडी थी। इसके बाद यह कार्रवाई की गई।
सैम्पल जयपुर जांच के लिए भिजवाए जाएंगे। गोदारा ने बताया की शनिवार को कस्बे की थोक दुकानों से विभिन्न ब्रांडो के देशी घी के सैम्पल जांच के लिए लिए गए। कार्रवाई से दुकानदारों में हडकंप मच गया। उल्लेखनीय है कि सदर थाना पुलिस ने इलाके के नयाबास गांव में बुधवार नकली घी बनाने की फैक्टी पकडी थी। इसके बाद यह कार्रवाई की गई।
Monday, July 2, 2012
अंगारों से सावन के स्वागत की तैयारी
सावन में एक दिन शेष रह गया, लेकिन मानसूनी बदरा पूरी तरह से रूठे हुए हैं।
हालत यह है कि पिछले वर्ष एक जून तक जिले में 113 मिमी से अधिक औसत बरसात
हो चुकी थी, वहीं इस वर्ष आसमां से सिर्फ अंगारे ही बरस रहे हैं। नतीजन
समूचा अंचल लोहार की भट्टी की तरह धधक रहा है। खेत सूने हैं और निगाहें
आसमान पर टिकी हुई हैं। जानकारों के अनुसार बरसों बाद जुलाई में भीषण गर्मी
पड़ी है।
इस समय तक मानसून का एक चक्र पूरा हो जाता था और 30
फीसदी से अधिक बुवाई हो जाती है। अंचल में रविवार को भीषण गर्मी पड़ी। दिन
में लू चलने से लोग गर्मी से बेहाल होकर पस्त हो गए। भीषण व प्रचंड गर्मी
को देखते हुए लोगों की आस अब मानसून से ही राहत मिलेगी। रविवार
को अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार गया। भीषण गर्मी के चलते दोपहर
में सडकों पर अघोषित कर्फ्यू लगा रहता है।
भीषण गर्मी से स्कूलों में एक हफ्ते का अवकाश
मानसून
में देरी और भीषण गर्मी के कारण सीकर सहित प्रदेश के कुछ जिलों के प्राइमरी व मिडिल
स्कूलों में 7 जुलाई तक अवकाश घोषित किया गया है। चूंकि 8 जुलाई को रविवार
है, ऐसे में अब स्कूल 9 जुलाई से खुलेंगे। फतेहपुर में भी सीनियर सैकंडरी
स्तर तक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में छुट्टी रहेगी। छुट्टियों के दौरान शिक्षक सहित
अन्य कर्मचारियों को ड्यूटी पर आना अनिवार्य होगा। गर्मियों की छुट्टी के
बाद प्रदेशभर में सभी स्कूल 2 जुलाई से खुलने थे। शिक्षा विभाग के अनुसार छोटे बच्चों की परेशानी को देखते हुए यह फैसला किया है।
शिक्षा मंत्री के निर्देशों के बाद जयपुर कलेक्टर ने स्कूलों में अवकाश की
घोषणा की। आदेश की अवहेलना करने वाले निजी स्कूलों की मान्यता रद्द करने की
कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने अपने
क्षेत्राधिकार की स्कूलों पर नजर रखने के लिए कहा है।
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