खाटूश्यामजी मेले को लेकर सक्रिय प्रशासन पलसाना से गोवटी तक की सड़क को भूल गया है। 14 मार्च से मेला शुरू हो रहा है और इस सड़क के लिए न बजट है और न ही प्लानिंग। जबकि सीकर की तरफ से जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यही मार्ग निर्धारित किया जाता है। ऐसे में सीकर व हरियाणा से आने वाले श्रद्धालुओं को यहीं गड्ढ़ों से होकर गुजरना पड़ेगा। क्योंकि सात किलोमीटर का यह टुकड़ा पूरी तरह जर्जर हो चुका है। गोवटी से खाटूश्यामजी तक का मार्ग तो ठीक कर दिया गया है, लेकिन पीछे की रोड की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पहले यह सड़क कृषि मंडी के अधीन थी, लेकिन करीब दस माह पूर्व इसे पीडब्ल्यूडी को दे दिया गया। पीडब्ल्यूडी फिलहाल खाटूश्यामजी को जोडऩे वाली उन्हीं सड़कों की मरम्मत करा रहा है जो पहले से उसके अधीन है। गोवटी निवासी मनोहर लाल का कहना है कि मेले में इस सड़क पर वाहनों का ज्यादा दबाव रहता है। यहां से गुजरना काफी मुश्किल है। कृषि मंडी सचिव महेंद्र कुमार कहते हैं कि करीब दस माह पूर्व ही अधीनस्थ सड़कें पीडब्ल्यूडी को दे दी थी। ऐसे में उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन सुरेंद्र चौधरी का कहना है कि पहले यह सड़क कृषि मंडी के अधीन होने से जर्जर है। सड़क की दशा देखी जाएगी। पलसाना से वाया मंढा-खाटूश्यामजी तक की सड़क पर भी अभी तक पेच वर्क का कार्य हो रहा है।
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