कस्बेकी ऐतिहासिक हजरत ख्वाजा हाजी मुहम्मद नजमुदीन दरगाह में मंगलवार से 150वां सालाना उर्स शुरू हुआ। सज्जादानशीन पीर गुलाम नसीर द्वारा दरगाह के बुलंद दरवाजे पर झंडा फहराने के साथ ही उर्स का आगाज हो गया। रात में मजार शरीफ पर गुल की रस्म हुई।
बुधवार को ख्वाजा नरूल हसन की मजार पर चादर शरीफ पेश की जाएगी। 24 जुलाई को चेजारा मोहल्ला से शाही लवाजमे के साथ जुलूस निकाल कर चादर शरीफ ख्वाजा की अकीदत में पेश की जाएगी। 25 जुलाई को रस्मे कुल शरीफ के साथ ही उर्स का समापन होगा। रोजाना फज्र की नमाज के बाद कुरआन ख्वानी एवं रात्रि में महफिले कव्वाली होगी। उर्स में भाग लेने के लिए मुंबई, यूपी, दिल्ली, अहमदाबाद, मकराना, भीलवाड़ा, अजमेर, जोधपुर कोटा आदि स्थानों से जायरीन रहे हैं। उर्स मैदान में मेला लगा हुआ है। सैकड़ों स्टालें झूले लगे हैं।
बुधवार को ख्वाजा नरूल हसन की मजार पर चादर शरीफ पेश की जाएगी। 24 जुलाई को चेजारा मोहल्ला से शाही लवाजमे के साथ जुलूस निकाल कर चादर शरीफ ख्वाजा की अकीदत में पेश की जाएगी। 25 जुलाई को रस्मे कुल शरीफ के साथ ही उर्स का समापन होगा। रोजाना फज्र की नमाज के बाद कुरआन ख्वानी एवं रात्रि में महफिले कव्वाली होगी। उर्स में भाग लेने के लिए मुंबई, यूपी, दिल्ली, अहमदाबाद, मकराना, भीलवाड़ा, अजमेर, जोधपुर कोटा आदि स्थानों से जायरीन रहे हैं। उर्स मैदान में मेला लगा हुआ है। सैकड़ों स्टालें झूले लगे हैं।
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