भगवानश्री लक्ष्मीनाथ मंदिर में शुक्रवार से दो दिवसीय महोत्सव शुरू हुआ। मंदिर कमेटी के पवन खेड़वाल ने बताया कि श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर के 486वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार से शुरू हुए महोत्सव में मंदिर की सजावट की गई। श्री लक्ष्मीनाथजी की प्रतिमा का शृंगार किया गया। शाम को आरती में श्रद्धालु उमड़े।
महोत्सव मे भाग लेने के लिए सूरत, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता आदि स्थानों से बड़ी संख्या में अप्रवासी भाग लेने के लिए आए हैं। रात्रि में भजन संध्या हुई। देवकी बोचीवाल, गिरीश भोजक, विश्वनाथ बावलिया आदि कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। शनिवार को सुबह महिलाओं द्वारा विशेष कीर्तन किया जाएगा। भगवान श्री लक्ष्मीनाथजी की प्रतिमा को विशेष रूप से बनाए गए रजन सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा और छप्पन भाेग की झांकी सजाकर प्रसाद वितरित किया जाएगा। रात्रि में संत रतिनाथ के सानिध्य में भजन संध्या होगी।
महोत्सव मे भाग लेने के लिए सूरत, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता आदि स्थानों से बड़ी संख्या में अप्रवासी भाग लेने के लिए आए हैं। रात्रि में भजन संध्या हुई। देवकी बोचीवाल, गिरीश भोजक, विश्वनाथ बावलिया आदि कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। शनिवार को सुबह महिलाओं द्वारा विशेष कीर्तन किया जाएगा। भगवान श्री लक्ष्मीनाथजी की प्रतिमा को विशेष रूप से बनाए गए रजन सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा और छप्पन भाेग की झांकी सजाकर प्रसाद वितरित किया जाएगा। रात्रि में संत रतिनाथ के सानिध्य में भजन संध्या होगी।
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