दोछोटी
बच्चियों ने सोमवार दोपहर ऑटो रिक्शा में रिटायर्ड शिक्षक के थैले से चीरा
लगाकर पचास हजार रुपए पार कर दिए। शिक्षक एसबीबीजे की शाखा से यह पैसे अपने
खाते से निकालकर लाए थे। जानकारी के अनुसार चाचीवाद बड़ा थाना सदर निवासी भागीरथ मल शर्मा
सोमवार दोपहर एसबीबीजे से 50 हजार रुपए निकलवाए और उपकोषाधिकारी कार्यालय
जाने के लिए सिकरिया रास्ता से टेंपो में बैठे। उनके साथ ही 15वर्ष की दो
छोटी बच्चियां भी बैठी। दोनों बच्ची जीवन सुधा अस्पताल के पास उतर गई।
उपकोषाधिकारी कार्यालय पहुंच कर जब शिक्षक ने थैला चैक किया तो उसमें चीरा
लगा हुआ था और पचास हजार रुपए और उसकी पासबुक गायब थी। थैले से पचास हजार
रुपए गायब देखकर रिटायर्ड शिक्षक के होश उड़ गए। उसने पुलिस में रिपोर्ट भी
दर्ज करवाई।
सत्तर वर्षीय सेवानिवृत शिक्षक भागीरथ शर्मा ने बताया कि वह बैंक से अपने खाते से पचास हजार रुपए निकालकर लाया और एक थैले में रख लिया। सिकरिया चो रास्ता आकर ट्रेजरी जाने के लिए ऑटो में बैठ गया, तभी दो 14-15 साल की बच्चियों आकर उसकी बगल में बैठ गई। ऑटो के चलने के बाद दोनों लड़कियों जीवन सुधा अस्पताल के पास बिना कुछ बोलें उतर गई और किराए के दस रुपए दे दिए। दोनों ने अच्छे कपड़े पहन रखे थे। शिक्षक को ट्रेजरी में मेडिकल बिल बनाने थे। कार्यालय में जब थैला चैक किया तो कुछ नहीं मिला। थैले के चीरा लगा देख बाबू ने कहा ताऊ थैले में कुछ नहीं है, इसके तो चीरा लगा हुआ है। शिक्षक अपने घर से 30हजार रुपए लेकर गया था,जो थैले में ही एक तोलिए में लपेटे हुए थे। वे चोरी होने से बच गए।
सत्तर वर्षीय सेवानिवृत शिक्षक भागीरथ शर्मा ने बताया कि वह बैंक से अपने खाते से पचास हजार रुपए निकालकर लाया और एक थैले में रख लिया। सिकरिया चो रास्ता आकर ट्रेजरी जाने के लिए ऑटो में बैठ गया, तभी दो 14-15 साल की बच्चियों आकर उसकी बगल में बैठ गई। ऑटो के चलने के बाद दोनों लड़कियों जीवन सुधा अस्पताल के पास बिना कुछ बोलें उतर गई और किराए के दस रुपए दे दिए। दोनों ने अच्छे कपड़े पहन रखे थे। शिक्षक को ट्रेजरी में मेडिकल बिल बनाने थे। कार्यालय में जब थैला चैक किया तो कुछ नहीं मिला। थैले के चीरा लगा देख बाबू ने कहा ताऊ थैले में कुछ नहीं है, इसके तो चीरा लगा हुआ है। शिक्षक अपने घर से 30हजार रुपए लेकर गया था,जो थैले में ही एक तोलिए में लपेटे हुए थे। वे चोरी होने से बच गए।
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