बजट
के अभाव में जलदाय विभाग के लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर नहरी प्रोजेक्ट की रफ्तार
फिर अटक गई है। इलाके के 283 गांवों तक नहरी पानी पहुंचाने के लिए दो साल
पहले विभाग की ओर से 800 करोड़ के नहरी प्रोजेक्ट को सरकार की मंजूरी मिली
थी। दिसंबर 2014 तक 362 करोड़ का काम किया जा चुका है, जबकि मार्च तक साढ़े चार
सौ करोड़ रुपए चाहिए थे। ऐसे में काम जारी रखने के लिए 100 करोड़ के बजट
की तत्काल जरूरत है। इधर, बजट समाप्त होते ही काम की गति भी धीमी पड़ गई
है। 90 फीसदी काम आवश्यक सामग्री के अभाव में बंद हो गया है। कंपनी के
अधिकारियों का तर्क है कि जनवरी में बजट नहीं मिला तो प्रोजेक्ट में छह माह
की देरी हो सकती है। इससे पहले कंपनी की ढिलाई की वजह से जून 2014 में भी
दो माह के लिए प्रोजेक्ट के काम बंद हो गए थे। क्षेत्र के गांवों में धन्नासर से
नहरी पानी लाने के लिए 2013 में काम शुरू किया गया। योजना में पाइप लाइन
एवं टंकी निर्माण सहित प्रोजेक्ट के सभी कार्य 2016 तक पूरे किए जाने थे।
पीएचईडी के अधिकारियों के अनुसार फिलहाल 60 फीसदी काम ही पूरा हुआ है। ऐसे
में समय पर बजट नहीं मिला तो प्रोजेक्ट में देरी हो सकती है।
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