होलिका दहन गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी आधी रात बाद ही
होगा। वहीं, तिथियों की घटत-बढ़त के चलते संवत्त 2069 में दीपावली के बाद
अब होली का त्योहार भी चतुर्दशीयुक्त मनाया जाएगा। होली पर शुक्र एवं शनि
अपनी उच्चराशि में भ्रमण करेंगे। इस कारण होली का त्योहार आम लोगों के लिए
खुशहाली व उन्नतिदायक होगा।ज्योतिषाचार्यो
के अनुसार इस वर्ष फाल्गुन शुक्ला चतुर्दशी मंगलवार 26 मार्च को दोपहर बाद
4.26 बजे पूर्णिमा शुरू होकर अगले दिन दोपहर 2.58 बजे तक रहेगी। प्रदोषकाल
में पूर्णिमा 26 मार्च को ही होने से होली पर्व इस दिन मनाया जाएगा,
किन्तु इस दिन भद्रा दोपहर बाद 4.26 बजे से अर्द्धरात्रि बाद 3.45 बजे तक
रहेगी। शास्त्रानुसार होलिका दहन भद्रा पश्चात ही किया जाना चाहिए। इसलिए
26 मार्च को अर्द्धरात्रि बाद 3.46 बजे ही होलिका दहन करना श्रेष्ठ रहेगा।
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