फतेहपुर के कृषि अनुसंधान केंद्र ने महत्वपूर्ण शोध के जरिये शेखावाटी की जलवायु के अनुकूल अंजन की फसल विकसित करने की प्रक्रिया खोजी है । उल्लेखनीय है कि अब तक भारत में अंजन की फसल नहीं उगाई जाती है । दक्षिणी
पूर्वी एशिया में पनपने वाला अंजन (हार्ड विकिया बाय नेटा) शेखावाटी की
जलवायु के लिए भी अनुकूल है। यह पौधा पांच साल में तैयार हो जाता है। इससे
बलियां और चारे का अच्छा मुनाफा मिल सकता है। फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र
में रिसर्च सफल होने के बाद इस सीजन में पांच हजार पौधे बांटने की तैयारी
है। पेड़ की खासियत ये है कि यह माइनस पांच डिग्री से लेकर 48 डिग्री
तापमान में जिंदा रह सकता है। अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. त्रिपाठी का कहना है कि जुलाई में किसानों को इसकी पौध वितरित की जाएगी।
इसके लिए सामान्य कीमत तय कर रहे हैं। किसान अनुसंधान केंद्र पर संपर्क कर
पौध ले सकेंगे।
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