बुधगिरीजी मढ़ी व गारींडा मोड़ के बीच मंगलवार सुबह चार बजे हथियार बंद लुटेरे पिस्तौल दिखाकर महिला, उसकी बेटी और ड्राइवर को बंधक बनाकर इनोवा गाड़ी लूट ले गए। गाड़ी मालकिन गैस एजेंसी संचालिका के साथ लुटेरे बड़ी सभ्यता से पेश आए। उन्होंने माताजी व बहनजी कहकर संबोधित किया। तीनों को रतनगढ़ के पास उतारते हुए मोबाइल नंबर लिए और गाड़ी चार पांच दिन बाद किसी अज्ञात स्थान पर छोडऩे की बात कही। लुटेरों ने बाकी सामान को हाथ भी नहीं लगाया। लुटेरे आपस में हरियाणवी बोल रहे थे। सूचना पर पुलिस ने पड़ोसी जिलों की पुलिस को जानकारी दी। दिन में एसपी ने भी घटनास्थल का मुआयना किया।
पुलिस के मुताबिक सुबह करीब साढ़े पांच बजे फतेहपुर एचपी गैस एजेंसी की संचालिका सरोज जैन अपनी बेटी गरिमा व ड्राइवर हसन खां के साथ खुद की इंडिका कार से जयपुर जा रही थी। फतेहपुर से निकलते ही रोड के किनारे एक स्कोर्पियो गाड़ी खड़ी थी। बुधगिरीजी मढ़ी से आगे निकलते ही स्कॉर्पियों में सवार युवकों ने पीछाकर इनके आगे गाड़ी लगाकर कार को रुकवा लिया। गाड़ी से उतरे दो हथियार बंद लुटेरों ने ड्राइवर व आगे बैठी गरिमा को नीचे उतारा और पिस्तौल दिखाकर पीछे की सीट पर बैठा दिया। लुटेरे पहले दोनों गाडिय़ों को बीड़ के बालाजी की ओर ले गए और कच्चे रास्ते में रोककर तीनों को खुद की गाड़ी में बिठा लिया। लुटेरों ने सरोज व उसकी बेटी को अपना कीमती सामान उतार लेने व मोबाइल बंद करने की हिदायत दी। आरोपियों ने गाड़ी के कागजात भी नहीं उतारने दिए और सभी को लेकर रतनगढ़़ की तरफ चले गए। रतनगढ सर्किल तक स्कार्पियो पीछे और इंडिका आगे चल रही थी। सर्किल से आगे आरोपियों ने पीपली गांव के पास सड़क पर सरोज जैन सहित तीनों को उतार दिया और फरार हो गए। करीब दस मिनट बाद सरोज ने अपने मैनेजर शैतान सिंह को सूचना दी। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी और स्वयं दूसरी गाड़ी लेकर रतनगढ़ गए। पुलिस ने आसपास के जिलों की पुलिस को घटना की जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक सुबह करीब साढ़े पांच बजे फतेहपुर एचपी गैस एजेंसी की संचालिका सरोज जैन अपनी बेटी गरिमा व ड्राइवर हसन खां के साथ खुद की इंडिका कार से जयपुर जा रही थी। फतेहपुर से निकलते ही रोड के किनारे एक स्कोर्पियो गाड़ी खड़ी थी। बुधगिरीजी मढ़ी से आगे निकलते ही स्कॉर्पियों में सवार युवकों ने पीछाकर इनके आगे गाड़ी लगाकर कार को रुकवा लिया। गाड़ी से उतरे दो हथियार बंद लुटेरों ने ड्राइवर व आगे बैठी गरिमा को नीचे उतारा और पिस्तौल दिखाकर पीछे की सीट पर बैठा दिया। लुटेरे पहले दोनों गाडिय़ों को बीड़ के बालाजी की ओर ले गए और कच्चे रास्ते में रोककर तीनों को खुद की गाड़ी में बिठा लिया। लुटेरों ने सरोज व उसकी बेटी को अपना कीमती सामान उतार लेने व मोबाइल बंद करने की हिदायत दी। आरोपियों ने गाड़ी के कागजात भी नहीं उतारने दिए और सभी को लेकर रतनगढ़़ की तरफ चले गए। रतनगढ सर्किल तक स्कार्पियो पीछे और इंडिका आगे चल रही थी। सर्किल से आगे आरोपियों ने पीपली गांव के पास सड़क पर सरोज जैन सहित तीनों को उतार दिया और फरार हो गए। करीब दस मिनट बाद सरोज ने अपने मैनेजर शैतान सिंह को सूचना दी। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी और स्वयं दूसरी गाड़ी लेकर रतनगढ़ गए। पुलिस ने आसपास के जिलों की पुलिस को घटना की जानकारी दी।
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