स्थानीय गोयनका सती मंदिर में रमेश भाई ओझा ने रामचरित मानस शिव चरित कथा के दी । उन्होंने कहा भगवान का जिस भाव से ध्यान करो। उसी रूप में
वे हमें प्राप्त होते हैं। परमात्मा से जुडऩे के विभिन्न रूप हैं। गोयनका मंदिर में चल रहे तीन दिवसीय रामचरित
मानस-शिव चरित्र कथा में अनेक श्रुद्धालु कथा श्रवण का लाभ उठा रहे है । रमेश भाई ने भगवान आशुतोष की महिमा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि शिव के सानिध्य
में विपरीत स्वभाव के लोग भी प्रेम से रहते है। इस दौरान उन्होंने भगवान
राम और कृष्ण से जुड़े प्रसंगों के बारे में भी बताया।
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