क़स्बे की ऐतिहासिक हाजी नजमुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर उर्स का प्रारम्भ हुआ | दुनिया भर के मशहूर कव्वालों ने पीर गुलाम नसीर की सदारत में ख्वाजा हजरत निजामुद्दीन की शान में कव्वालियाँ पेश की | उर्स से दरगाह में मेले जैसा माहौल बना हुआ है , मौत का कुआं तथा झूले जायरीनों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं |
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