कस्बेके वार्ड 31 स्थित सांखलों की धर्मशाला में चल रहे गीता ज्ञान महायज्ञ में योगी मोहननाथ ने कहा कि गीता सुनने से परमात्मा का परिचय होता है। गीता वह महाग्रंथ है, जिससे परमात्मा के साथ आत्मा का समायोजन होता है। गीता हमें कर्म और धर्म के मध्य मार्ग पर चलना सिखाती है। अनेक श्रद्धालुओं ने महाज्ञान यज्ञ में भाग लिया।
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